जीआरपी इंदौर की सतर्कता से दो शातिर चोर गिरफ्तार, लाखों की संपत्ति बरामद

 

ग्रीष्मकालीन अवकाश एवं विवाह सीजन में रेलवे स्टेशन पर बढ़ी सुरक्षा सतर्कता का मिला बड़ा परिणाम
इंदौर, 21 अप्रैल 2025 | एस.डी. न्यूज़ एजेंसी, इंदौर
ग्रीष्मकालीन अवकाश एवं विवाह-समारोहों के चलते रेलवे स्टेशनों पर यात्री संख्या में हो रही बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए जीआरपी इंदौर ने सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इसी सतर्कता और कुशल रणनीति के तहत मोबाइल और नकदी चोरी की दो बड़ी वारदातों का पर्दाफाश करते हुए दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और लाखों रुपये की संपत्ति बरामद की गई है।

पहली सफलता: मोबाइल चोरी का खुलासा, 63 हजार के मोबाइल बरामद

पुलिस अधीक्षक रेल श्री संतोष कोरी एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा पाठक सोनी के निर्देशन में तैनात प्लेटफॉर्म ड्यूटी बल को सूचना मिली कि कास्मोपोलिटन होटल के पीछे एक संदिग्ध व्यक्ति चोरी के मोबाइल बेचने की फिराक में घूम रहा है।
प्रआर दशरथ सिंह, जयप्रताप, अजय यादव एवं आरक्षक नीरज पंत की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए संदिग्ध को धर दबोचा।

पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम संतोष पिता स्व. अनोखीलाल राजपूत (उम्र 27 वर्ष), निवासी ग्राम फेफरी सरकार, थाना हरसूद, जिला खण्डवा (हाल निवासी भवानी नगर, इंदौर) बताया। उसने मोबाइल चोरी करना स्वीकार किया, जिसके बाद उसकी निशानदेही पर चार महंगे एंड्रॉयड मोबाइल बरामद किए गए। बरामद मोबाइल की कुल कीमत लगभग ₹63,000 आँकी गई है। इसमें Realme, OPPO, POCO और Vivo ब्रांड के मोबाइल शामिल हैं।

दूसरी कार्रवाई: नकदी चोरी का खुलासा, आरोपी से ₹3,200 की बरामदगी

दूसरी कार्रवाई दिनांक 19 अप्रैल 2025 को की गई। प्लेटफॉर्म नंबर 5/6 के पास स्थित हनुमान मंदिर के निकट एक संदिग्ध व्यक्ति की गतिविधियों की सूचना पर जीआरपी ने तत्परता दिखाई।
पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम राजू पिता ब्रजलाल कोरी (उम्र 43 वर्ष), निवासी मच्छी मंडी, शिवाजी नगर, ओरछा, जिला झांसी बताया।
राजू ने प्लेटफॉर्म से ₹15,000 की नकदी चोरी करना स्वीकार किया, जिसमें से ₹12,800 खर्च कर दिए थे और ₹3,200 की राशि मौके पर बरामद की गई।

सफलता के सूत्रधार: सतर्क टीम की कुशल रणनीति

इन दोनों कार्रवाइयों में निरीक्षक रश्मि पाटीदार, प्रआर दशरथ सिंह, जयप्रताप, प्रआर निरंजन मीणा, अजय यादव, आरक्षक नीरज पंत और आकाश की सक्रिय भूमिका रही।
इनकी सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से जीआरपी इंदौर ने यह सिद्ध कर दिया है कि रेलवे परिसर की सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक नहीं होगी और अपराधियों को जल्द सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।


— अंतिम युद्ध संवाददाता संजय वर्मा |


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