
नई दिल्ली — घरेलू शेयर बाजार में बीते सोमवार को लगातार गिरावट देखने को मिली। साल के अंत में कमजोर कारोबार, विदेशी निवेशकों की निकासी और आईटी व ऑयल-गैस शेयरों में बिकवाली के दबाव में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लाल निशान में बंद हुए। इसके बावजूद बाजार में चुनिंदा शेयर ऐसे हैं, जिनमें मजबूत खरीदारी के संकेत उभर रहे हैं और जिनसे निवेशकों को कमाई की उम्मीद दिखाई दे रही है।
बाजार का हाल
बंबई शेयर बाजार (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 345.91 अंक (0.41%) टूटकर 84,695.54 के स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 403 अंक से ज्यादा फिसलकर 84,637.86 तक पहुंच गया था।
वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 100.20 अंक (0.38%) गिरकर 25,942.10 पर बंद हुआ और एक बार फिर 26,000 के अहम स्तर से नीचे चला गया।
इन दिग्गज शेयरों पर दबाव
सेंसेक्स की कंपनियों में अडानी पोर्ट्स के शेयरों में सबसे ज्यादा 2.22% की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा
एचसीएल टेक: 1.86%
पावर ग्रिड: 1.85%
ट्रेंट: 1.36%
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स: 1.26%
भारती एयरटेल: 1.14%
वहीं, गिरते बाजार में टाटा स्टील ने 1.83% की बढ़त के साथ मजबूती दिखाई। एशियन पेंट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर और इटर्नल के शेयरों में भी हल्की तेजी दर्ज की गई।
इन शेयरों में दिख रही है दमदार खरीदारी
तकनीकी संकेतों के मुताबिक, जिन शेयरों में इस समय तेजी के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं, उनमें शामिल हैं—
MMTC, HEG, HFCL, शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, मदरसन सुमी वायरिंग इंडिया, इमामी और ग्रेफाइट इंडिया।
इन सभी शेयरों ने अपना 52 हफ्ते का उच्च स्तर पार कर लिया है, जिसे बाजार की भाषा में मजबूत तेजी का संकेत माना जाता है। विश्लेषकों के मुताबिक, इन शेयरों में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ रही है और निकट अवधि में इनमें और तेजी देखने को मिल सकती है।
इन स्टॉक्स में मंदी की चेतावनी
दूसरी ओर, MACD (मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डाइवर्जेंस) संकेतक ने कुछ शेयरों में मंदी के संकेत दिए हैं। इनमें शामिल हैं—
IRFC, RVNL, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, क्राफ्ट्समैन ऑटोमेशन, इन्वेंटुरस नॉलेज सॉल्यूशंस, डिक्सन टेक्नोलॉजीज और किर्लोस्कर ऑयल।
इन शेयरों में तकनीकी रूप से कमजोरी दिख रही है, जिससे आगे दबाव बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
निवेशकों के लिए सलाह
बाजार भले ही फिलहाल दबाव में हो, लेकिन चुनिंदा शेयरों में मौके अब भी मौजूद हैं। हालांकि, तेजी से बदलते हालात को देखते हुए विशेषज्ञों की राय है कि निवेश से पहले जोखिम का आकलन जरूर करें और जल्दबाजी से बचें।
डिस्क्लेमर: यह विश्लेषण बाजार विशेषज्ञों और ब्रोकिंग रिपोर्ट्स पर आधारित है। निवेश से पहले प्रमाणित वित्तीय सलाहकार से परामर्श करना जरूरी है, क्योंकि शेयर बाजार जोखिम के अधीन है।