Tuesday, November 11

दिल्ली कार ब्लास्ट में शामली के नौमान की मौत, छोटा भाई अमन ICU में भर्ती — खुशियों से भरी यात्रा मातम में बदली

शामली (सच्चा दोस्त न्यूज़):
दिल्ली कार ब्लास्ट में शामली जिले के झिंझाना कस्बे के रहने वाले दो भाइयों की किस्मत ने करवट ले ली। इस दर्दनाक हादसे में 22 वर्षीय नौमान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका छोटा भाई अमन गंभीर रूप से घायल होकर दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल के ICU में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है।
दोनों भाई कॉस्मेटिक की दुकान चलाते थे और सोमवार को दुकान के लिए सामान खरीदने दिल्ली गए थे। लेकिन यह यात्रा खुशियों के बजाय मातम में बदल गई।

सामान खरीदने गए थे, धमाके में आई मौत

परिजनों के अनुसार नौमान और अमन सोमवार दोपहर झिंझाना से दिल्ली के लिए निकले थे। शाम करीब 7 बजे उन्होंने कार पार्किंग में लगाई और दुकान की ओर जा ही रहे थे कि तभी एक जोरदार धमाका हुआ। दोनों भाई उसकी चपेट में आ गए।
नौमान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अमन गंभीर रूप से झुलस गया। उसे तुरंत एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसकी हालत अत्यंत नाजुक है।

पूरे झिंझाना कस्बे में पसरा मातम

जैसे ही दिल्ली से हादसे की खबर झिंझाना पहुंची, परिवार पर कोहराम मच गया। घर में मातम का माहौल है, लोग नौमान के घर पर जुटे हैं।
पड़ोसी और रिश्तेदार एक तरफ परिवार को संभालने की कोशिश कर रहे हैं, तो दूसरी ओर पूरा कस्बा गम और सदमे में डूबा हुआ है।
सीओ और थाना प्रभारी भी मृतक के घर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की। पुलिस ने बताया कि वे दिल्ली पुलिस से लगातार संपर्क में हैं और जांच से जुड़ी सभी जानकारी जुटा रहे हैं।

“मेहनती और मिलनसार था नौमान”

स्थानीय लोगों के अनुसार नौमान एक मेहनती, हंसमुख और मिलनसार युवक था। वह अपने भाई अमन के साथ मिलकर कस्बे में कॉस्मेटिक की दुकान चलाता था और दोनों अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे थे।
गांव के बुजुर्गों ने बताया कि नौमान अपने माता-पिता का सहारा था और उसका यूं अचानक चले जाना परिवार के लिए अपूर्णीय क्षति है।

दिल्ली पुलिस कर रही जांच, CCTV खंगाले जा रहे

धमाके के बाद दिल्ली पुलिस और बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा। आसपास के क्षेत्र को सील कर CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार धमाका एक कार में हुए विस्फोट से हुआ, जिसकी जांच अब आतंक निरोधक इकाई (ATS) और फॉरेंसिक टीम कर रही है।

संपादकीय टिप्पणी:
दिल्ली ब्लास्ट ने एक बार फिर देश की सुरक्षा व्यवस्था और नागरिकों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। नौमान जैसे निर्दोष लोगों की मौत इस बात की याद दिलाती है कि आतंक या लापरवाही के हर विस्फोट के पीछे टूटती हैं कई ज़िंदगियाँ।

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