
नई दिल्ली। वीर बाल दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक भावुक और स्नेह से भरी तस्वीर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल द्वारा साझा की गई इस तस्वीर में प्रधानमंत्री सिख वेशभूषा में दो मासूम बच्चों से आत्मीय संवाद करते नजर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री के चेहरे पर अपनापन और बच्चों की आंखों में खुशी साफ झलक रही है। इस तस्वीर को लोगों ने न केवल पसंद किया, बल्कि इसे प्रेरणादायक भी बताया।
यह खास मौका भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित वीर बाल दिवस के राष्ट्रीय कार्यक्रम का था। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने गुरु गोबिंद सिंह जी के चार साहिबजादों के अद्वितीय बलिदान को नमन करते हुए कहा कि वीर साहिबजादे भारत की वीरता, शौर्य और अदम्य साहस के अमर प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि इतनी कम उम्र में अत्याचार के सामने झुकने से इनकार कर साहिबजादों ने इतिहास में अमिट उदाहरण प्रस्तुत किया।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि 26 दिसंबर का दिन अब केवल स्मरण का नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देने का अवसर बन गया है। पिछले चार वर्षों से वीर बाल दिवस मनाने की परंपरा ने साहिबजादों के बलिदान और उनके आदर्शों को देश के बच्चों तक पहुंचाने का कार्य किया है।
पीएम मोदी ने यह भी उल्लेख किया कि हर वर्ष विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण साहस, प्रतिभा और समाजसेवा का परिचय देने वाले बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। यह सम्मान देश के बच्चों में आत्मविश्वास और राष्ट्रसेवा की भावना को और मजबूत करता है।
वीर बाल दिवस पर सामने आई प्रधानमंत्री की यह तस्वीर केवल एक क्षण नहीं, बल्कि देश के भविष्य के प्रति उनके स्नेह, सम्मान और विश्वास का प्रतीक बन गई है।