
नई दिल्ली, 26 दिसंबर (नवभारत टाइम्स) – प्रशांत महासागर अब वैश्विक शक्ति संघर्ष का नया अखाड़ा बनता जा रहा है। अमेरिका और चीन के बीच क्षेत्र में दबदबे के लिए जंग तेज हो गई है, जबकि भारत के भी हिंद-प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण हित हैं। हाल ही में पेंटागन की रिपोर्ट में चीन की बढ़ती सैन्य क्षमता को लेकर गंभीर चिंता जताई गई है।
अमेरिका पीछे, चीन आगे
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका को प्रशांत महासागर में एम्फीबियस और उभयचर विमानों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। MC-130J विमान जैसे विशेष अभियानों के लिए विकसित विमान कार्यक्रम को 2024 में बंद कर दिया गया। वहीं, चीन इस क्षेत्र में उन्नत उभयचर विमान क्षमताओं में निवेश कर तेजी से आगे बढ़ रहा है। जापान ने भी शिनमेवा यूएस-2 जैसे उभयचर विमानों का बेड़ा तैयार किया है।
फ्लाइंग बोट की अहमियत
फ्लाइंग बोट या उभयचर विमानों की खासियत यह है कि ये तेजी से प्रतिक्रिया कर सकते हैं, समुद्री परिस्थितियों में कर्मियों को बचा सकते हैं और रडार की पहुंच से बाहर लंबी दूरी तय कर सकते हैं। द्वितीय विश्व युद्ध, कोरियाई और वियतनाम युद्ध में इन विमानों ने अनेक जीवन बचाए।
अमेरिका के पास सीमित विकल्प
अमेरिका के पास इस क्षेत्र में उभयचर विमान विकल्प सीमित हैं। महंगे और कम संख्या में उपलब्ध विमानों के कारण इमरजेंसी स्थिति में तुरंत तैनाती मुश्किल है। इसके लिए अमेरिका को अपनी उभयचर क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता है।
भारत का इंडो-पैसिफिक महत्व
इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में भारत की भूमिका रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। यह क्षेत्र हिंद महासागर, पश्चिमी और मध्य प्रशांत महासागर और जुड़े समुद्री मार्गों को समाहित करता है। भारत ने SAGAR (Security and Growth for All in the Region) पहल के माध्यम से स्वतंत्र, खुले और समावेशी क्षेत्रीय व्यवस्था सुनिश्चित करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
QUAD और बहुपक्षीय सहयोग
भारत मलाबार जैसे बहुपक्षीय नौसैनिक अभ्यासों में सक्रिय भागीदारी करता है और अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया व आसियान देशों के साथ सहयोग बढ़ाकर क्षेत्रीय सुरक्षा और समुद्री संचालन क्षमता मजबूत कर रहा है। क्वाड प्लेटफॉर्म के माध्यम से भारत हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्वतंत्र और खुले दृष्टिकोण को बढ़ावा दे रहा है।
प्रशांत महासागर में बढ़ते तनाव और रणनीतिक गतिशीलता के बीच भारत का संतुलित और सक्रिय दृष्टिकोण क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा के लिए निर्णायक भूमिका निभा रहा है।