
क्विक डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स जैसे Instamart, Blinkit और Zepto ने भारतीयों की ऑनलाइन खरीदारी की आदतों को पूरी तरह बदल दिया है। साल 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, लोगों ने इन ऐप्स के माध्यम से न केवल रोजमर्रा की जरूरतें बल्कि असाधारण खर्च भी किए।
चेन्नई में कंडोम पर करोड़ों का खर्च
चेन्नई के एक यूजर ने पूरे साल सिर्फ कंडोम पर 1,06,398 रुपये खर्च किए। उसने साल भर में 228 ऑर्डर किए, यानी हर महीने औसतन 19 ऑर्डर। सितंबर का महीना इस खरीदारी में सबसे ज्यादा रहा, जब कंडोम की बिक्री 24% बढ़ गई।
मुंबई में सोने और रेड बुल पर भारी खर्च
मुंबई के एक यूजर ने गोल्ड पर 15.16 लाख रुपये खर्च किए। वहीं, शुगर-फ्री रेड बुल पर 16.3 लाख रुपये की खरीदारी भी हुई।
पालतू जानवर और प्रोटीन सप्लिमेंट्स पर भारी खर्च
चेन्नई के एक और यूजर ने पालतू जानवरों के सामान पर 2.41 लाख रुपये खर्च किए। नोएडा के एक यूजर ने प्रोटीन सप्लिमेंट्स पर 2 लाख से अधिक रुपये खर्च किए।
डिलीवरी पार्टनर्स को भी ‘बख्शीश’ का रुझान
बंगलूरू के एक यूजर ने डिलीवरी पार्टनर्स को साल भर में 68,600 रुपये टिप दी। चेन्नई में 59,505 रुपये की टिप दी गई।
ऑर्डर्स की सबसे छोटी और सबसे बड़ी खरीदारी
वैलेंटाइन डे पर हर मिनट 666 गुलाब के ऑर्डर आए। सबसे छोटा ऑर्डर बंगलूरू के एक यूजर द्वारा 10 रुपये का प्रिंटआउट था, जबकि सबसे बड़े ऑर्डर में हैदराबाद के एक यूजर ने 3 iPhone 17 खरीदकर 4.3 लाख रुपये खर्च किए।
यह ट्रेंड साफ दर्शाता है कि क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स ने भारतीयों की शॉपिंग हैबिट को पूरी तरह बदल दिया है। रोजमर्रा की जरूरतों से लेकर विलासिता तक, ऑनलाइन शॉपिंग अब लोगों की जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन गई है।