
नई दिल्ली: आमतौर पर लोग सोचते हैं कि हार्ट अटैक अचानक आता है और बिना चेतावनी के जीवन को खतरे में डाल देता है। लेकिन कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. आलोक चोपड़ा के अनुसार, अधिकांश मामलों में शरीर हफ्तों या महीनों पहले ही छोटे-छोटे संकेत देना शुरू कर देता है।
ये संकेत अक्सर हल्के होते हैं और लोग इन्हें थकान, तनाव या उम्र बढ़ने का असर मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन समय पर पहचान और इलाज से हार्ट अटैक का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है।
हार्ट अटैक से पहले दिखने वाले 5 प्रमुख संकेत
1. थकान के साथ सीने में दर्द
थोड़ी मेहनत या रोजमर्रा के काम के दौरान सीने में हल्का दर्द होना, जो कभी-कभी गायब हो जाता है, गंभीर चेतावनी हो सकती है। यह दर्द गले और जबड़े तक फैल सकता है और सांस लेने में दिक्कत महसूस करा सकता है।
2. हल्की मेहनत में सांस फूलना
सीढ़ियां चढ़ते समय, तेज चलने या हल्का काम करने पर जल्दी थक जाना और सांस फूलना संकेत है कि हार्ट मसल्स तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पा रही।
3. पैरों में सूजन और अचानक वजन बढ़ना
पैर, टखने या पंजों में अचानक सूजन और वजन बढ़ना हार्ट की कमजोरी या शरीर में पानी जमा होने का संकेत हो सकता है। इसे हल्के में न लें।
4. स्टेमिना कम होना और थकान बढ़ना
बिना ज्यादा मेहनत किए ही थकान महसूस होना या रोजमर्रा का काम भारी लगना यह दर्शाता है कि दिल और मसल्स तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच रही।
5. चक्कर, बेहोशी या दिल की धड़कन असामान्य होना
अचानक चक्कर आना, आंखों के सामने अंधेरा छा जाना, बेहोशी जैसा महसूस होना या दिल की तेज/अनियमित धड़कन गंभीर समस्या की ओर इशारा कर सकते हैं।
डॉक्टर की सलाह: समय रहते पहचानें और बचाव करें
डॉ. आलोक चोपड़ा ने कहा कि ये संकेत छोटी-मोटी परेशानियां नहीं, बल्कि हार्ट अटैक से पहले मिलने वाले साइलेंट वार्निंग सिग्नल हैं। इन्हें पहचानकर तुरंत कार्डियोलॉजिस्ट से जांच कराना जीवन रक्षक साबित हो सकता है।
निष्कर्ष: हार्ट अटैक अचानक नहीं आता। शरीर के महीनों पहले दिखने वाले संकेतों पर ध्यान देना और समय पर सही कदम उठाना ही सबसे बड़ा बचाव है।
(डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं है। मेडिकल सलाह के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।)