
इंदौर: बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड की सनसनी अभी भी लोगों की स्मृति में ताजा है। 2 मई 2025 को मेघालय के शिलॉन्ग स्थित दुर्गम इलाके में राजा का शव मिलने के बाद पूरा देश इस मामले की ओर मुड़ गया। इस हत्याकांड में राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी और उसके सहयोगियों को मुख्य आरोपी बनाया गया है। अदालती प्रक्रिया अभी भी चल रही है।
हालांकि इस दुखद कहानी के बीच राजा के परिवार ने उसके अधूरे सपने को पूरा कर उसे श्रद्धांजलि दी है। राजा का सपना था कि शादी के बाद वह अपना खुद का रेस्टोरेंट या ढाबा शुरू करे। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए उनके पिता ने इंदौर के केट रोड क्षेत्र में जमीन खरीद ली थी।
परिवार ने किया सपना साकार
राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने बताया कि हत्या के बाद परिवार मानसिक रूप से टूट गया था। शिलॉन्ग जाने और आने में लाखों रुपये खर्च हो गए, और पारिवारिक व्यवसाय पर ध्यान देना कठिन हो गया। कठिन समय में परिवार ने यह तय किया कि राजा के सपनों को साकार करने के लिए खुद को काम में लगाना ही सबसे सही रास्ता है।
दीपावली के बाद शुरू हुआ काम
दीपावली के बाद, राजा के पिता और भाइयों की मेहनत से ‘राजा भोज’ नाम से रेस्टोरेंट की शुरुआत की गई। विपिन ने बताया कि दिन-रात मेहनत के बाद यह ढाबा अब पूरी तरह चालू है। शाम के समय राजा के पिता भी रेस्टोरेंट में बैठकर ग्राहकों से बातचीत करते हैं और उनके अनुभव साझा करते हैं।
शादी से पहले ही तैयार थी योजना
विपिन ने बताया कि शादी से पहले ही ढाबा खोलने की पूरी योजना राजा के साथ बनाई गई थी। पिता घर पर रहते हुए संचालन संभालते और परिवार के अन्य सदस्य व्यवसाय में सहयोग करते। शुरू में ढाबे का नाम ‘राजा भोज’ ही तय किया गया था।
राजा के सपनों को जिंदा रखने की कोशिश
विपिन ने कहा, “हम राजा को नहीं बचा सके, लेकिन उसके सपनों को ज़िंदा रखना चाहते हैं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मामले में कुछ लोग बयान बदल रहे हैं, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्य आरोपी सोनम को राहत दिलाने की कोशिश की जा रही है। परिवार चाहता है कि सभी गवाह अपने बयानों पर कायम रहें और दोषियों को सख्त सजा मिले।