लखनऊ। उत्तर प्रदेश कैडर की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनामिका सिंह ने निजी कारणों का हवाला देते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) के लिए आवेदन किया है। 2004 बैच की अनामिका सिंह का रिटायरमेंट मार्च 2038 में होने वाला था, यानी उनके पास अभी 13 साल की सेवा बाकी थी।
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति का प्रस्ताव पहले किया गया था खारिज
सूत्रों के मुताबिक, आईएएस अनामिका सिंह ने पहले केंद्रीय प्रतिनियुक्ति की मांग की थी। सितंबर 2025 में उन्हें बरेली मंडल का मंडलायुक्त नियुक्त किया गया, लेकिन बाद में उनका तबादला निरस्त करते हुए उन्हें खाद्य आयुक्त का पद दिया गया। वर्तमान में वह यूपी में खाद्य आयुक्त के पद पर तैनात हैं।
अनामिका सिंह का प्रशासनिक अनुभव
अनामिका सिंह को तेज-तर्रार और कुशल प्रशासक माना जाता है। उन्होंने कौशांबी, हमीरपुर और बहराइच में जिलाधिकारी (डीएम) के पद पर भी काम किया। मूल रूप से फतेहपुर की रहने वाली अनामिका सिंह का जन्म 29 मार्च 1978 को हुआ। उन्होंने सोशल वर्क में स्नातक और पोस्टग्रेजुएट डिग्री हासिल की। UPSC 2003 की परीक्षा पास कर वह 2004 बैच की आईएएस अधिकारी बनीं।
केंद्र में भी रहा अनुभव
अनामिका सिंह करीब 8 साल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रही। 2013 में उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय में अंडर सेक्रेटरी और डिप्टी सेक्रेटरी पद पर नियुक्त किया गया। इसके अलावा उन्होंने नीति आयोग में निदेशक का पद भी संभाला। जुलाई 2021 में वह उत्तर प्रदेश लौट आईं।
यूपी के कई आईएएस ले चुके हैं वीआरएस
हाल के समय में उत्तर प्रदेश के कई वरिष्ठ आईएएस अधिकारी वीआरएस ले चुके हैं। इनमें 1995 बैच के आईएएस अमोद कुमार, 1987 बैच की रेणुका कुमार, 1988 बैच की जुथिका पाटणकर, 2003 बैच के विकास गोथलवाल और रिग्जिन सैम्फिल शामिल हैं।
अभी जारी है प्रक्रिया
अनामिका सिंह के वीआरएस आवेदन की जांच राज्य सरकार के स्तर पर की जा रही है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद केंद्र को वीआरएस प्रस्ताव अंतिम मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
