
नई दिल्ली: हड्डियों की मजबूती और सफेदी के लिए कैल्शियम बेहद जरूरी है। आमतौर पर लोग इसे दूध से लेने की कोशिश करते हैं, लेकिन कई लोगों को दूध का स्वाद पसंद नहीं आता या पेट की दिक्कतें होती हैं। ऐसे में तिल का छोटा सा बीज (सिसेम सीड) एक बेहतरीन विकल्प बन सकता है।
तिल में छुपा है दूध से भी ज्यादा कैल्शियम
फोर्टिस हॉस्पिटल के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉक्टर शुभम वत्स के अनुसार, 100 ग्राम तिल में 900 से 1000 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। साथ ही इसमें मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और जिंक जैसे मिनरल्स भी पाए जाते हैं, जो हड्डियों और मेटाबॉलिज्म के लिए जरूरी हैं।
सही तरीका अपनाएं
कच्चे तिल खाने से कैल्शियम का पूरा लाभ नहीं मिलता, क्योंकि इसमें फाइटेट्स होते हैं जो मिनरल्स के अवशोषण में बाधा डालते हैं। डॉक्टर शुभम बताते हैं कि तिल को हल्का भूनकर या रातभर पानी में भिगोकर खाने से हड्डियों को ज्यादा फायदा होता है। रोजाना 1 से 3 चम्मच भुने तिल या उनका पाउडर डाइट में शामिल करना पर्याप्त है।
साथ में धूप भी जरूरी
तिल के साथ धूप लेना भी महत्वपूर्ण है। धूप से विटामिन डी मिलता है, जो शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाता है। बिना विटामिन डी के कैल्शियम का फायदा कम होता है।
बच्चों के लिए बेहतरीन विकल्प
जो बच्चे दूध पीने में आनाकानी करते हैं, उनके लिए तिल एक शानदार विकल्प है। इसे शामिल करने से बच्चों की हड्डियों की मजबूती बढ़ती है और पीलेपन या कमजोरी से बचाव होता है।
निष्कर्ष: हड्डियों की सफेदी, ताकत और मजबूती के लिए रोजाना तिल का सेवन करना, सही तरीका अपनाना और धूप लेना बेहद जरूरी है। यह उपाय दूध न पीने वालों के लिए भी हड्डियों को स्वस्थ रखने का आसान तरीका है।