
धार/इंदौर: धार जिले में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक गोवर्धन मारू पटेल के ठिकानों पर इंदौर लोकायुक्त ने बड़ी छापेमारी की है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि पटेल ने अपनी सैलरी से 291 गुना अधिक संपत्ति अर्जित कर ली है। उनके पास कुल लगभग 5 करोड़ रुपए मूल्य की चल-अचल संपत्ति मौजूद है।
लोकायुक्त की सुबह छह बजे से छापेमारी
धार जिले के सरदारपुर तहसील, लाबरिया में स्थित गोवर्धन पटेल के घर पर लोकायुक्त की टीम ने सुबह छह बजे एक साथ छापेमारी शुरू की। जांच में घर से 2,04,000 रुपए नगदी, करीब 16 लाख रुपए के सोने-चांदी और फर्नीचर, मोबाइल, एसी सहित लगभग 17 लाख रुपए मूल्य की सामग्री बरामद हुई।
दो बीघा जमीन पर दो मंजिला फॉर्म हाउस
गोवर्धन पटेल के पास दो बीघा भूमि पर 50×30 फीट का दो मंजिला फार्म हाउस, 30×150 फीट का RCC गोडाउन/डेयरी पाया गया। इसमें 500 क्विंटल सोयाबीन, 12 भैंस और गाय समेत 20 पालतू पशु, ट्रैक्टर, ट्रॉली और कृषि उपकरण भी रखे हुए थे। फार्म हाउस एवं गोडाउन की कुल कीमत लगभग 1.05 करोड़ रुपए आंकी गई।
लग्जरी वाहन और परिवार के नाम पर संपत्ति
पटेल के पास एक XUV 500 कार, एक हार्वेस्टर मशीन और एक मोटरसाइकिल मिली। इनके कुल मूल्य 32.40 लाख रुपए हैं। बेटे और बहू के नाम पर 74.43 लाख रुपए की संपत्ति के दस्तावेज मिले। कुल भूमि लगभग 5 हेक्टेयर और अन्य मकान की कीमत 30 लाख रुपए है।
300 रुपए वेतन से शुरू हुई नौकरी
गोवर्धन पटेल ने 1984 में 300 रुपए सैलरी पर सेल्समैन के रूप में काम शुरू किया था। वर्तमान में उनकी सैलरी 65,000 रुपए प्रतिमाह है। अब तक उन्हें कुल 80 लाख रुपए वेतन मिला, वहीं पैतृक कृषि भूमि से लगभग 40 लाख रुपए आय हुई। कुल आय 1.20 करोड़ रुपए आंकी गई, जबकि संपत्ति 4.69 करोड़ रुपए से अधिक है।
इंदौर लोकायुक्त ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है, और संपत्ति अर्जित करने के स्रोत की गहन पड़ताल की जा रही है।