
नई दिल्ली। अगर आप शेयर मार्केट में आईपीओ के जरिए निवेश करने का प्लान बना रहे हैं, तो हाल के 90 दिनों के आंकड़े जरूर जानना जरूरी हैं। इस दौरान कुल 61 आईपीओ आए और कंपनियों ने 90,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जुटाई। हालांकि निवेशकों के रिटर्न का प्रदर्शन मिला-जुला रहा है।
आईपीओ का रिटर्न कैसा रहा
ट्रेंडलाइन के अनुसार, 61 में से 44 आईपीओ ने लिस्टिंग पर 10% से कम का फायदा दिया। वहीं 19 आईपीओ ऐसे रहे जिन्होंने लिस्टिंग पर या तो कोई फायदा नहीं दिया या नुकसान ही कराया। अब लगभग आधे आईपीओ अपने इश्यू प्राइस से नीचे कारोबार कर रहे हैं।
विशेष आंकड़े:
- कुल 61 में से 26 आईपीओ इश्यू प्राइस से नीचे।
- 35 आईपीओ फायदे में चल रहे।
- औसत रिटर्न सिर्फ 11% रहा।
कमजोर प्रदर्शन वाले आईपीओ
जिन आईपीओ में रिटेल निवेशकों ने ज्यादा पैसा लगाया, उनमें से कुछ ने निराश किया। उदाहरण के लिए:
- डेव एक्सेलेरेटर: रिटेल ने 164.72 गुना सब्सक्राइब किया, अब 30% नीचे।
- वीएमएस टीएमटी: 47 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब, अब 37% गिरावट।
- सोलरवर्ल्ड एनर्जी सॉल्यूशंस: भारी सब्सक्रिप्शन के बाद 14% से ज्यादा गिरा।
- रेगल रिसोर्सेज: 159 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब, अब 13.8% नीचे।
- हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर: 155 गुना सब्सक्रिप्शन, अभी नुकसान में।
आईपीओ से लाभ हुआ इन कंपनियों को
कुछ कंपनियों ने निवेशकों को अच्छा मुनाफा भी दिया:
- आदित्य इन्फोटेक: 149% ऊपर
- आनंद राठी शेयर स्टॉक: 80% से ज्यादा लाभ
- फिजिक्सवाला: 34% बढ़ा
- ग्रो: 56% ऊपर
- ईपैक प्रीफैब: 58% रिटर्न
कौन से आईपीओ लीडर बने
बड़े कंज्यूमर-टेक कंपनियों ने लिस्टिंग पर मामूली लेकिन सकारात्मक शुरुआत की।
- लेंसकार्ट: ऑफर प्राइस से 3% ऊपर
- पाइन लैब्स: 8% से थोड़ा ज्यादा बढ़ा
- फिजिक्सवाला और ग्रो: मजबूत बैलेंस शीट और यूजर ग्रोथ के दम पर निवेशकों का ध्यान बनाए रखा
निष्कर्ष:
आईपीओ मार्केट में पैसा लगाने से पहले सिर्फ कंपनी का नाम या हाइप देखकर निर्णय न लें। लिस्टिंग पर प्रदर्शन, वित्तीय स्थिति और निवेशकों का रुझान देखकर ही निर्णय लेना समझदारी होगी।