
नई दिल्ली, ब्यूरो — बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद अब स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) से जुड़े चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। जहां-जहां मतदाता सूची से सबसे ज्यादा और सबसे कम नाम हटाए गए, उन 5 में से 4 सीटों पर एनडीए ने शानदार जीत दर्ज की है।
–
महिला वोटिंग और SIR—दोनों ने दिखाया अलग ट्रेंड
अक्सर माना जा रहा था कि महिलाओं को मिलने वाली डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम का सीधा फायदा एनडीए को मिला, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि जहां सबसे ज्यादा महिला वोटिंग हुई, वहां AIMIM ने भी तीन सीटें जीतीं—कोचाधामन, बायसी और अमौर।
यह बताता है कि महिला मतदान का प्रभाव सिर्फ एक पार्टी तक सीमित नहीं रहा।
JDU ने ठाकुरगंज सीट जीती, जहां 90% महिलाओं ने मतदान किया, वहीं BJP ने प्राणपुर में जीत दर्ज की, जहां 89% महिला वोटिंग हुई।
SIR में सबसे ज्यादा नाम हटे, वहां भी NDA का दबदबा
बिहार चुनाव में जहाँ मतदाता सूची से सबसे ज्यादा और सबसे कम नाम हटाए गए—उन पाँच सीटों में से चार पर NDA ने जीत दर्ज की।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक:
सबसे ज्यादा डिलीशन वाली पांच सीटों में
- BJP ने 3 सीटें जीतीं — गोपालगंज, पूर्णिया, मोतिहारी
- JDU ने कुचायकोट सीट जीती
- कांग्रेस ने किशनगंज में जीत दर्ज की, जो इस सूची में पांचवें स्थान पर थी
सबसे कम नाम हटने वाली सीटों में
- BJP ने 2 सीटें जीतीं
- LJPRV ने 2 सीटें
- JDU ने 1 सीट जीती
चौंकाने वाली बात यह है कि इन दोनों कैटेगरी में परिणाम एक समान पैटर्न का अनुसरण नहीं करते। इसका मतलब SIR और वोटिंग पैटर्न में सीधा संबंध नहीं दिखता।
जहां सबसे ज्यादा नए वोट जुड़े, वहां का परिणाम
30 सितंबर से 20 अक्टूबर तक जिन पांच विधानसभा क्षेत्रों में सबसे ज्यादा नए वोट जुड़े:
- BJP – नौतन और तरारी
- JDU – ठाकुरगंज
- कांग्रेस – अररिया
- LJPRV – चेनारी
इन पांच में से चार सीटें NDA गठबंधन के हिस्से में गईं।
सबसे कम नए वोट जुड़ने वाली सीटों में भी NDA की तीन पार्टियों—JDU, BJP और LJPRV—का दबदबा रहा।
पुरुष वोटिंग प्रतिशत का विश्लेषण
सबसे कम पुरुष वोटिंग वाली सीटों में भी NDA की मजबूत पकड़ दिखी।
सबसे ज्यादा जीत के अंतर वाली 5 सीटें
- रूपौली – JDU
- गोपालपुर – JDU
- दीघा – BJP
- औराई – BJP
- सुगौली – LJPRV
सबसे कम जीत के अंतर वाली सीटें
- संदेश – JDU
- नबीनगर – JDU
- रामगढ़ – BSP
- अगिआंव – BJP
- ढाका – RJD
कांग्रेस ने मनिहारी (ST) सीट जीती, जो उन सीटों में थी जहां सबसे ज्यादा मेल वोटिंग प्रतिशत था।
BJP ने सबसे ज्यादा पुरुष टर्नआउट वाली दो सीटें और सबसे कम पुरुष वोटिंग वाली तीन सीटों पर जीत दर्ज की।
सबसे ज्यादा और सबसे कम पोलिंग वाली सीटें—किसके खाते में गईं?
सबसे ज्यादा पोलिंग वाली सीटें
- कस्बा (81.9%) – LJPRV
- बरारी (81.7%) – JDU
- ठाकुरगंज (81.6%) – JDU
- किशनगंज – कांग्रेस
सबसे कम पोलिंग वाली सीटें
BJP ने पाँच में से चार सीटें जीती—
- कुम्हरार
- बांकीपुर
- दीघा
- बिहारशरीफ
JDU ने नवादा जीता।
निष्कर्ष
SIR के दौरान मतदाता सूची में हुई बड़ी संख्या में जोड़-घटाव ने चुनावी चर्चा को गर्म कर दिया था। लेकिन परिणाम बताते हैं कि—
🔹 जहां सबसे ज्यादा और सबसे कम नाम हटे—दोनों ही श्रेणियों में NDA को बढ़त मिली।
🔹 उच्च महिला वोटिंग का लाभ सिर्फ NDA को नहीं मिला, AIMIM और कांग्रेस को भी फायदा हुआ।
🔹 SIR के आंकड़े और चुनाव परिणाम किसी एक निश्चित पैटर्न में फिट नहीं होते, बल्कि क्षेत्रीय समीकरणों और स्थानीय मुद्दों ने बड़ी भूमिका निभाई।
बिहार में मतदाता सूची पर उठे सवालों के बीच ये विश्लेषण चुनावी गणित का नया आयाम खोलता है।