
प्रतापगढ़: सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के मानिकपुर इलाके में एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जिसने पुलिस और आम लोगों दोनों को चौंका दिया। वीडियो में बिस्तर पर बिखरे नोटों के ढेर और उन्हें गिनती करते पुलिसकर्मियों की तस्वीरें दिखाई दे रही हैं। नोट इतने अधिक थे कि चार गिनती मशीनों की मदद के बावजूद गिनती 20 घंटे तक चली। इस कार्रवाई में लगभग दो करोड़ रुपये की नकदी और एक करोड़ रुपये के मादक पदार्थ बरामद हुए।
🏠 काला साम्राज्य: तीन पीढ़ियों का धंधा
इस घर का मालिक है राजेश मिश्रा, जो मानिकपुर के गांव मुंदीपुर का निवासी है। उनका परिवार तीन पीढ़ियों से गांजा और स्मैक तस्करी का कारोबार चला रहा है। राजेश मिश्रा पहले से ही जेल में हैं, जबकि उनका धंधा पत्नी रीना देवी, बेटा विनायक और बेटी कोमल द्वारा चलाया जा रहा था। परिवार का सदस्य यश कुमार भी हिरासत में है और पूछताछ जारी है।
राजेश मिश्रा पर गांजा और स्मैक तस्करी के 14 मुकदमे और गैंगस्टर का आरोप है। पत्नी रीना देवी भी जेल से हाल ही में रिहा हुई थी और इस दौरान पूरे काले कारोबार का संचालन कर रही थी।
🏰 काले धन से सजी घर की किलेबंदी
इस माफिया परिवार ने काले धन का उपयोग करके पुराने और नए घरों को जोड़ते हुए सुरक्षा के उच्चतम स्तर की व्यवस्था की है। पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरे और मजबूत गेट लगाए गए हैं, ताकि किसी भी बाहरी व्यक्ति की गतिविधि पर नजर रखी जा सके।
🌐 पड़ोसी जिलों तक फैला गिरोह
राजेश मिश्रा का नेटवर्क केवल प्रतापगढ़ तक सीमित नहीं है। उन्होंने रायबरेली, अमेठी, कौशांबी और प्रयागराज तक अपना ड्रग कारोबार फैलाया। कम कीमत में गांजा और स्मैक बेचने के बाद धीरे-धीरे लोगों को अपने जाल में फंसाया।
प्रतापगढ़ जिले में यह पहली बार है कि इतनी बड़ी नकदी और मादक पदार्थ बरामद हुए, जिसे गिनने के लिए मशीनों की आवश्यकता पड़ी। पुलिस अब पूरे गिरोह की जांच और नेटवर्क तोड़ने में जुटी हुई है।
संभावित शीर्षक:
➡️ “प्रतापगढ़ में तीन पीढ़ियों का ड्रग साम्राज्य फटा: राजेश मिश्रा के घर से दो करोड़ नकद और एक करोड़ के मादक पदार्थ बरामद”
➡️ “20 घंटे तक चली नोटों की गिनती, काले धन से सजा माफिया का घर”
➡️ “राजेश मिश्रा का ड्रग गिरोह: पत्नी और बच्चों के साथ चला रहे थे करोड़ों का कारोबार”