
बिहार भारतीय जनता पार्टी ने संगठनात्मक ढांचे में बड़ा बदलाव करते हुए मधुबनी जिले की बेनीपट्टी विधानसभा सीट से विधायक और पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा को बिहार विधानसभा में सत्ताधारी दल का मुख्य सचेतक (Chief Whip) नियुक्त किया है। इस संबंध में भाजपा की ओर से नियुक्ति सूची विधानसभा अध्यक्ष डॉ. प्रेम कुमार को भेज दी गई है। वहीं, राजेंद्र गुप्ता को विधान परिषद में भाजपा का उपनेता बनाया गया है।
कौन हैं विनोद नारायण झा?
विनोद नारायण झा बिहार भाजपा के वरिष्ठ, अनुभवी और प्रभावशाली नेताओं में गिने जाते हैं। वे वर्तमान में बेनीपट्टी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इससे पहले वे बिहार सरकार में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (PHED) के कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
पार्टी संगठन में भी उनकी मजबूत पकड़ रही है। वे भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष और मुख्य प्रवक्ता के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
जेपी आंदोलन से शुरू हुआ राजनीतिक सफर
विनोद नारायण झा के राजनीतिक जीवन की शुरुआत जयप्रकाश नारायण के ऐतिहासिक आंदोलन से हुई। आपातकाल के दौरान वे सक्रिय रूप से आंदोलन में शामिल रहे और करीब तीन महीने जेल भी गए।
जेपी आंदोलन से निकले नेताओं में उनकी पहचान उन नेताओं के रूप में रही है, जिन्होंने मिथिलांचल क्षेत्र में भाजपा की जड़ें मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई।
तीन बार विधायक, लगातार जनादेश
विनोद नारायण झा पहली बार 2005 में भाजपा टिकट पर बेनीपट्टी से विधायक बने। इसके बाद उन्होंने 2010 और 2020 के विधानसभा चुनाव में भी जीत दर्ज की। फिलहाल वे इसी सीट से विधायक हैं और क्षेत्र में मजबूत जनाधार रखते हैं।
निजी जीवन और पृष्ठभूमि
विनोद नारायण झा का जन्म 28 फरवरी 1957 को मधुबनी जिले के घोंघौर गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम बद्रीनारायण झा था। उनकी पत्नी गृहणी हैं और उनका एक पुत्र विभय कुमार झा है।
विवादों में भी आया नाम
वर्ष 2021 में मधुबनी जिले में हुए एक हत्याकांड के दौरान विनोद नारायण झा का नाम चर्चा में आया था, हालांकि इस मामले में वे राजनीतिक विवाद के केंद्र में रहे।
कितनी है संपत्ति?
2025 के चुनावी हलफनामे के अनुसार, विनोद नारायण झा के पास कुल करीब 4 करोड़ 88 लाख रुपये की संपत्ति दर्ज है।