Friday, December 12

पटना में आनंदपुरी नाले का आधुनिकीकरण शुरू, 1.5 लाख लोगों को मिलेगी चार लेन रोड और जल निकासी सुविधा

पटना। राजधानी पटना के पटेल नगर इलाके में बाबा चौक से आनंदपुरी नाले के निर्माण और आधुनिकीकरण का काम शुरू कर दिया गया है। बिहार शहरी अवसंरचना विकास निगम (बुडको) के तहत चल रही इस परियोजना का उद्देश्य प्रमुख जल निकासी व्यवस्था को मजबूत करना और आसपास के निवासियों को मानसून के दौरान जलभराव से राहत प्रदान करना है।

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नाले पर 4 लेन रोड का निर्माण

बुडको अधिकारी ने बताया कि नींव के निर्माण के बाद स्लैब बिछाए जाएंगे, और नाले के ऊपर चार लेन की सड़क बनाई जाएगी। आनंदपुरी नाला बाबा चौक से शुरू होकर अटल पथ और एएन कॉलेज होते हुए भूमिगत बॉक्स नाले के रास्ते राजपुर पुल के जल निकासी पंपिंग स्टेशन पर समाप्त होता है।

इस परियोजना के तहत 2.61 किलोमीटर तक नए नाले और सड़क का निर्माण होगा, जबकि 0.96 किलोमीटर (इंदिरा सिन्हा पथ के पास) पर प्रीकास्ट मैनहोल कवर लगाए जाएंगे। बाबा चौक से अटल पथ तक का वर्तमान खंड कच्चा है और नाले के किनारे बनी 12 फुट चौड़ी पीसीसी सड़क जर्जर हालत में है। कीचड़ हटाने का काम पूरा हो चुका है और फिलहाल दीवार निर्माण तथा जल आपूर्ति के लिए पाइप बिछाए जा रहे हैं।

मानसून में मिलेगा बड़ा फायदा

परियोजना पूरी होने के बाद आनंदपुरी, शिवपुरी और पटेल नगर सहित आसपास के इलाके मानसून के जलभराव से राहत पाएंगे। नाले के ऊपर बनने वाली सड़क से निर्बाध यातायात सुनिश्चित होगा। पूरे मार्ग पर स्ट्रीट लाइटिंग और सौंदर्यीकरण का भी कार्य किया जाएगा, जिससे इलाका स्वच्छ, सुरक्षित और आकर्षक बन सके।

राज्य मंत्रिमंडल ने इस परियोजना के लिए 91 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं, जबकि निर्माण एजेंसी ने 86 करोड़ रुपये की कम बोली पर कार्य का समझौता किया।

दो वर्षों में परियोजना पूरी

निर्माण कार्य 23 जुलाई 2025 को शुरू हुआ और इसे 22 जुलाई 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना पूरी होने पर लगभग 1.5 लाख लोगों को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। यह पटना नगर निगम के वार्ड 7, 8, 22 और 23 के क्षेत्रों को कवर करती है। बारिश का पानी राजपुर पुल ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन के माध्यम से निकाला जाएगा, और नेहरू नगर (वार्ड-22सी) से आने वाली कच्ची नाली को भी इस सिस्टम से जोड़ा गया है। नाली की चौड़ाई 3 से 4.5 मीटर और गहराई 2.5 से 3.5 मीटर होगी।

विशेष टिप्पणी: इस परियोजना से न केवल जल निकासी में सुधार होगा, बल्कि शहर में ट्रैफिक की स्थिति भी बेहतर होगी, और पटना के नागरिकों के लिए एक सुरक्षित, स्वच्छ और आधुनिक शहर का अनुभव संभव होगा।

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