Monday, December 8

IPL 2026 नीलामी: विदेशी खिलाड़ियों की बोली में आएगी रुकावट, यह नया नियम बदल सकता है पूरी रणनीति

नई दिल्ली: आईपीएल 2026 के खिलाड़ियों की नीलामी की तारीख 16 दिसंबर तय हो गई है, जो अबू धाबी में आयोजित की जाएगी। इस बार रिकॉर्ड 1355 खिलाड़ियों ने नीलामी के लिए पंजीकरण कराया है, जो इस टूर्नामेंट की वैश्विक लोकप्रियता को दर्शाता है। जहां विदेशी खिलाड़ियों को लेकर दर्शकों में गजब का क्रेज है, वहीं इस बार बीसीसीआई ने एक नया नियम लागू किया है, जिससे विदेशी खिलाड़ियों की बोली पर असर पड़ सकता है।

बड़े नाम, बड़ी रकम
इस नीलामी में कई बड़े नाम शामिल हैं, जिनकी बेस प्राइस 2 करोड़ रुपये रखी गई है। इनमें ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन और श्रीलंकाई तेज गेंदबाज मथीशा पथिराना जैसे प्रमुख विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं। पथिराना, अपनी मलिंगा जैसी गेंदबाजी और कम उम्र के कारण फ्रेंचाइजी की पहली पसंद बन सकते हैं। इन खिलाड़ियों की बोली पर सभी की निगाहें रहेंगी, लेकिन अब एक नया नियम उनके लिए परेशानी का कारण बन सकता है।

विदेशी खिलाड़ियों के वेतन पर नया नियम
इस बार बीसीसीआई ने एक नया नियम लागू किया है, जिसके अनुसार विदेशी खिलाड़ियों का वेतन 18 करोड़ रुपये से ज्यादा नहीं हो सकता। इसका मतलब है कि यदि किसी विदेशी खिलाड़ी पर 20 करोड़ रुपये की बोली लगती है, तो उसे केवल 18 करोड़ रुपये मिलेंगे, जबकि बाकी 2 करोड़ रुपये बीसीसीआई के खिलाड़ी कल्याण कोष में जाएंगे। हालांकि, इस नियम का असर भारतीय खिलाड़ियों पर नहीं पड़ेगा। अगर भारतीय खिलाड़ी पर 22 करोड़ रुपये की बोली लगती है, तो उसे पूरी रकम मिलेगी।

क्या होगा असर?
इस नियम का असर उन विदेशी खिलाड़ियों पर पड़ेगा जिनकी बोली काफी ऊंची जा सकती है, जैसे कैमरन ग्रीन और मथीशा पथिराना। इन खिलाड़ियों को बड़ी रकम की उम्मीद है, लेकिन अब यह फ्रेंचाइजी के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक फैसला बन जाएगा। वे विदेशी सितारों पर बोली लगाने से पहले यह ध्यान में रखेंगे कि बोली का कुछ हिस्सा खिलाड़ी कल्याण कोष में जाएगा।

KKR के पास सबसे बड़ा पर्स
इस बार कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के पास सबसे बड़ा पर्स है। उन्होंने 12 खिलाड़ियों को रिटेन किया है और उनके पास 64.30 करोड़ रुपये का बैलेंस है। KKR ने 2024 की मिनी नीलामी में मिचेल स्टार्क को रिकॉर्ड 24.75 करोड़ रुपये में खरीदा था, और इस बार भी वे बड़े खिलाड़ियों पर आक्रामक बोली लगाने के लिए तैयार हैं।

नए नियम से बदलेगी रणनीति
यह नया नियम विदेशी खिलाड़ियों पर बोली लगाने की रणनीति को पूरी तरह से प्रभावित करेगा। फ्रेंचाइजी अब इन खिलाड़ियों पर बोली लगाते समय अपनी योजना पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर होंगी, क्योंकि वे जानती हैं कि विदेशी खिलाड़ी के लिए उच्च बोली से उन्हें पूरी रकम नहीं मिलेगी।

निष्कर्ष
आईपीएल 2026 की नीलामी में विदेशी खिलाड़ियों को लेकर जो क्रेज है, उसे इस नए नियम से एक बड़ा धक्का लग सकता है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि इस नए वेतन कैप का असर नीलामी के परिणामों पर किस हद तक होता है और फ्रेंचाइजी अपनी रणनीतियों में क्या बदलाव करती हैं।

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