
भारतीय क्रिकेट के युवा बल्लेबाज रियान पराग भारतीय टीम में वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। एक साल से अधिक समय हो गया है जब उन्होंने आखिरी बार नीली जर्सी पहनी थी। लेकिन घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन कर पराग ने अपनी दावेदारी मजबूत कर दी है।
चोट ने रोका टीम में लौटने से
दाएं कंधे की पुरानी चोट ने उन्हें भारतीय टीम से दूर रखा था। लेकिन अब सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में असम की कप्तानी करते हुए पराग भारतीय ड्रेसिंग रूम में लौटने के लिए मेहनत कर रहे हैं।
पराग ने कहा, “मुझे लगता है कि मैं भारत के लिए काफी अच्छा था। यह मेरा विश्वास है। चोट लगने के कारण फिलहाल मैं टीम में नहीं खेल पा रहा हूं, लेकिन जब मैं पूरी तरह फिट हो जाऊंगा, आप मुझे फिर से भारत की जर्सी में देखेंगे।”
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय अनुभव
- पराग ने आखिरी बार अक्टूबर 2024 में बांग्लादेश के खिलाफ टी20आई में खेला।
- इससे पहले अगस्त 2024 में श्रीलंका के खिलाफ अपना एकमात्र वनडे खेला।
- दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में संभावित खिलाड़ियों में शामिल थे, लेकिन टीम में जगह नहीं मिली।
संघर्ष और मानसिक मजबूती
रियान ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “मेरे SMAT के दो सीजन ऐसे थे, जहां मैंने सात मैचों में 45-50 के औसत से रन बनाए और आईपीएल के 14 मैचों में 70 रन भी नहीं बना पाया। मैं बाथरूम में जाकर रोया क्योंकि रन नहीं बन पा रहे थे। मैंने सोचा कि मुझे अभ्यास करना चाहिए या बिल्कुल भी अभ्यास नहीं करना चाहिए, या छुट्टी ले लूं। यह सब मसल मेमोरी के लिए था। लेकिन मैं हार नहीं मानता।”
असम की कप्तानी में प्रदर्शन
पराग की अगुवाई में असम ने SMAT 2025 में अब तक 3 मैचों में 2 जीत दर्ज की है और Elite Group A की पॉइंट्स टेबल में 5वें स्थान पर है। यह संकेत है कि टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है, लेकिन अभी और मेहनत की जरूरत है।
निष्कर्ष:
रियान पराग की संघर्षपूर्ण यात्रा और फिटनेस में वापसी की तैयारी उन्हें भारतीय टीम में पुनः शामिल होने के लिए मजबूत दावेदार बनाती है। क्रिकेट प्रेमियों की नजरें अब उनके अगले कदम पर टिकी हैं।