
दोहा: दुनिया के नंबर-1 शतरंज खिलाड़ी नार्वे के ग्रैंडमास्टर मैग्नस कार्लसन ने रिकॉर्ड 9वीं बार फिडे वर्ल्ड ब्लिट्ज चैम्पियनशिप का खिताब अपने नाम कर दिखाया। उन्होंने खिताबी मुकाबले में उज्बेकिस्तान के युवा ग्रैंडमास्टर नॉदिरबेक एब्दयूसतारोव को हराकर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया।
कार्लसन और एब्दयूसतारोव के बीच चार गेम का खिताबी मुकाबला रोमांचक रहा। पहले तीन गेम टाई रहे, लेकिन चौथे गेम में कार्लसन ने अपनी अनोखी चालों से उज्बेक ग्रैंडमास्टर को मात दी और 2.5-1.5 के अंतर से जीत दर्ज की। इस जीत को और भी खास बनाने वाली बात यह है कि क्वालिफाइंग राउंड में कार्लसन पूरी तरह आउट ऑफ फॉर्म दिखाई दिए थे।
भारतीय ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगेसी ने इस टूर्नामेंट में अपनी जबरदस्त तकनीक और खेल से सबका दिल जीत लिया। 19वें राउंड के बाद अर्जुन 15 अंक के साथ सेमीफाइनल में सबसे आगे थे। हालांकि, सेमीफाइनल में उन्हें एब्दयूसतारोव से 0.5-2.5 से हार का सामना करना पड़ा और ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा। इससे पहले अर्जुन ने फिडे वर्ल्ड रैपिड चैस में भी तीसरा स्थान हासिल किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अर्जुन की उपलब्धि की प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई दी। उन्होंने लिखा, “शतरंज में भारत की तरक्की जारी है। दोहा में फिडे वर्ल्ड ब्लिट्ज चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर अर्जुन एरिगेसी को बहुत-बहुत बधाई। उनका कौशल, धैर्य और जुनून काबिले तारीफ है। ये सफलताएं युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगी।”
दुनिया भर के शतरंज प्रेमियों ने अर्जुन के खेल की सराहना की है और माना जा रहा है कि उनका नाम आने वाले वर्षों में और भी ऊँचाइयों पर जाएगा।