
इंदौर। इंदौर में 19 वर्षीय छात्रा प्रियांशी राव की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी नवीन गौर को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले इस प्रकरण में सह-आरोपी युवती भूमि उर्फ भूमिका को जेल भेजा जा चुका है। आत्महत्या से पहले प्रियांशी द्वारा बनाया गया वीडियो और मोबाइल चैट इस पूरे मामले की सबसे अहम कड़ी बने हैं, जिनके आधार पर दोनों आरोपियों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है।
गांव में छिपा था मुख्य आरोपी
पुलिस के अनुसार नर्मदापुरम निवासी नवीन पिता नारायण गौर गिरफ्तारी से बचने के लिए होशंगाबाद रोड के निमनपुर गांव में छिपा हुआ था। सोमवार सुबह वह अग्रिम जमानत के लिए इंदौर पहुंचा, लेकिन कोर्ट जाने से पहले ही पुलिस को उसकी मौजूदगी की सूचना मिल गई। इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
कैफे पार्टनरशिप से रिश्तों में दरार
जांच में सामने आया है कि नवीन और प्रियांशी मेघदूत नगर में एक कैफे का संयुक्त रूप से संचालन करते थे। दोनों के बीच करीब दो साल से घनिष्ठ संबंध थे और वे लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। इसी दौरान नवीन की नजदीकियां भूमि नामक युवती से बढ़ीं। इस बात से प्रियांशी मानसिक रूप से टूटने लगी और तनाव में रहने लगी।
कमरे में फांसी लगाकर दी जान
24 नवंबर को सेज यूनिवर्सिटी की छात्रा प्रियांशी ने मेघदूत नगर स्थित अपने कमरे में लोहे की चेन से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, लेकिन उसके मोबाइल फोन से एक भावुक वीडियो और कई चैट बरामद हुईं। वीडियो में प्रियांशी रोते हुए कहती नजर आती है—
“नवीन के बिना मैं नहीं जी पाऊंगी… उसने मुझे पागल कर दिया है… सॉरी।”
उसने वीडियो में नवीन और भूमि को अपनी हालत के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
लगातार कॉल और मैसेज से दबाव
पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि भूमि के मोबाइल फोन से प्रियांशी को लगातार कॉल और मैसेज किए जा रहे थे। इन संदेशों में उसे नवीन से दूर रहने और उसका पीछा छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा था। वहीं, नवीन ने कैफे के व्यवसाय में प्रियांशी से पैसे भी लगवाए थे, जिससे वह आर्थिक रूप से भी परेशान हो गई थी।
मानसिक प्रताड़ना से अलग रहने लगी थी छात्रा
लगातार मानसिक दबाव से तंग आकर प्रियांशी ने नवीन के साथ रहना छोड़ दिया था और मेघदूत नगर में अलग कमरा लेकर रहने लगी थी। आत्महत्या से करीब एक सप्ताह पहले ही उसने रिश्तेदारों की मदद से नया कमरा लिया था। इसी बीच नवीन नर्मदापुरम चला गया और भूमि व प्रियांशी के बीच विवाद और बढ़ गया।
पुलिस का बयान
एडिशनल डीसीपी रामस्नेही मिश्रा ने बताया कि मर्ग जांच के दौरान मिले वीडियो, चैट और अन्य साक्ष्यों के आधार पर नवीन गौर और भूमि के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और प्रकरण से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच जारी है।
मूल रूप से देवास की रहने वाली प्रियांशी दो बहनों में सबसे छोटी थी। परिजनों के अनुसार वह पिछले कुछ समय से गहरे मानसिक तनाव में थी। यह मामला एक बार फिर युवाओं के बीच रिश्तों में बढ़ते तनाव और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है।