
मुंबई। महाराष्ट्र के नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों में बड़ी जीत हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला है। पार्टी ने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को निशाने पर लेते हुए उन्हें “रहमान डकैत” करार दिया, जबकि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को “धुरंधर” बताते हुए कहा कि जनता ने उनके नेतृत्व और रणनीति पर मुहर लगा दी है।
बीजेपी की ओर से जारी विस्तृत बयान में कहा गया कि नगर पालिका और नगर पंचायत चुनावों में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विरोधियों को करारी शिकस्त दी है और आने वाले महानगरपालिका चुनावों में भी वही ‘धुरंधर’ सिद्ध होंगे। पार्टी ने दावा किया कि चुनाव नतीजों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि महाराष्ट्र की जनता किसे भरोसेमंद नेतृत्व मानती है।
ठाकरे ब्रदर्स का गठबंधन ‘भय–संगम’
महाराष्ट्र बीजेपी ने आगामी बीएमसी चुनावों को लेकर साथ आ रहे ठाकरे बंधुओं के गठबंधन को ‘भय-संगम’ बताया। बीजेपी मीडिया विभाग के प्रमुख नवनाथ बन ने कहा कि यह गठबंधन पराजय के डर से रचा गया नाटक है, जिसे मतदाता सिरे से खारिज कर देंगे। उन्होंने कहा कि यह ‘प्रीति-संगम’ नहीं, बल्कि हार के भय से उपजा ‘भय-संगम’ है।
नवनाथ बन ने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे ने पहले अपने ही भाई को घर से बाहर किया, मनसे को कमजोर करने का प्रयास किया और अब चुनावी हार की आशंका के चलते झूठी प्रीति दिखा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब राज ठाकरे 100 सीटों की मांग कर रहे हैं, तब उबाठा गुट उन्हें केवल 60 सीटें देकर बहलाने का प्रयास कर रहा है।
राउत के आरोपों पर पलटवार
नगरपालिका चुनावों में धनबल के आरोपों पर बीजेपी ने संजय राउत से सबूत पेश करने की मांग की है। पार्टी ने कहा कि अन्यथा निराधार बयानबाजी बंद की जाए। बीजेपी नेताओं ने सवाल उठाया कि भ्रष्टाचार और घोटालों से जुड़े लोग किस आधार पर ऐसे आरोप लगा रहे हैं।
रोहित पवार पर भी जवाब
कांग्रेस को बीजेपी की ‘बी टीम’ कहे जाने पर बीजेपी ने रोहित पवार पर पलटवार किया। नवनाथ बन ने कहा कि महाविकास आघाड़ी में कांग्रेस को अन्य घटक दलों की तुलना में तीन गुना अधिक सीटें मिली हैं और इसी राजनीतिक ईर्ष्या के चलते ऐसे बयान दिए जा रहे हैं।
बीजेपी नंबर वन पार्टी
बीजेपी ने दावा किया कि नगर पंचायत और नगर परिषद चुनावों में वह सबसे ज्यादा सीटें जीतकर नंबर वन पार्टी बनकर उभरी है। वहीं, महाविकास आघाड़ी में कांग्रेस को छोड़कर शिवसेना (यूबीटी) और शरद पवार की एनसीपी को करारा झटका लगा है। पार्टी का कहना है कि यह जीत आने वाले महानगरपालिका चुनावों के लिए भी स्पष्ट संकेत है।