
नई दिल्ली: भारत के खिलाफ भड़काऊ बयान और धमकी के बाद विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश के हाई कमिश्नर एम. रियाज हमीदुल्लाह को तलब किया। मंत्रालय ने इस कदम के जरिए ढाका में भारतीय उच्चायुक्त की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और औपचारिक कूटनीतिक विरोध दर्ज कराया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह समन नेशनल सिटीजन पार्टी के नेता हसनत अब्दुल्ला द्वारा पूर्वोत्तर भारत को भारत से अलग करने की धमकी देने और भारत-विरोधी ताकतों को शरण देने के बयान के बाद दिया गया। सोमवार को ढाका सेंट्रल के शहीद मीनार पर आयोजित रैली में अब्दुल्ला ने अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड और त्रिपुरा को भारत से अलग करने की चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा, “हम अलगाववादियों और भारत-विरोधी ताकतों को पनाह देंगे और ‘सेवन सिस्टर्स’ को भारत से अलग करेंगे।”
भारत का कड़ा रुख:
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने अब्दुल्ला के बयान को तुरंत खतरनाक और गैरजिम्मेदाराना करार दिया। उन्होंने कहा, “भारत एक बहुत बड़ा और न्यूक्लियर देश है, दुनिया की चौथी अर्थव्यवस्था है। बांग्लादेश ऐसा सोच भी कैसे सकता है?”
विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेशी राजनयिक को तलब कर यह सुनिश्चित किया कि भारतीय उच्चायुक्त और मिशन की सुरक्षा पर कोई असर न पड़े और इस तरह के बयान कूटनीतिक स्तर पर गंभीरता से लिए जाएं।
इस मामले ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच कूटनीतिक तनाव बढ़ा दिया है और भारत ने साफ संदेश दिया है कि किसी भी प्रकार की धमकी या अलगाववाद का समर्थन स्वीकार्य नहीं है।