
मुख्य मांगें: रिवाइज्ड आंसर-की जारी करना और आउट ऑफ सिलेबस प्रश्नों के लिए ग्रेस मार्क्स
पटना: बिहार की राजधानी पटना में STET (सेकेंडरी टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट) अभ्यर्थियों ने बुधवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर अपनी लंबित मांगों को लेकर धरना दिया। छात्र नेता सौरभ के नेतृत्व में करीब 40-50 अभ्यर्थी जमा हुए और बोर्ड अधिकारियों के ध्यानाकर्षण के लिए नारेबाजी की।
अभ्यर्थियों का आरोप है कि परीक्षा में लगभग 21 प्रश्न पाठ्यक्रम से बाहर थे, जिससे उनके अंक प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा, जारी की गई आंसर-की में गंभीर गलतियां हैं, जिनसे हजारों अभ्यर्थियों के परिणामों की विश्वसनीयता खतरे में पड़ सकती है।
छात्र नेता सौरभ ने कहा, “हमारी शिकायतें लगातार अनसुनी जा रही हैं। बोर्ड केवल भरोसा दिला रहा है, जबकि हमारी समस्याओं का समाधान अब तक नहीं हुआ। अगर हमारी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो हम आंदोलन को और उग्र करेंगे।”
STET अभ्यर्थियों ने रिवाइज्ड आंसर-की जारी करने और आउट ऑफ सिलेबस प्रश्नों के लिए ग्रेस मार्क्स देने की अपनी मांग दोहराई। नवंबर में भी अभ्यर्थियों ने बिहार बोर्ड के कार्यालय का घेराव किया था, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं हुआ है।
बोर्ड की ओर से फिलहाल इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।