
हलगा (कर्नाटक), 24 दिसंबर 2025 – कर्नाटक के बेलगावी तालुका के हलगा गांव में हर शाम 7 बजे सायरन बजते ही दो घंटे के लिए टीवी और मोबाइल फोन बंद हो जाते हैं। इस अनोखे ‘डिजिटल ऑफ’ अभियान के तहत गांव के सभी लोग डिजिटल दुनिया से दूर होकर अपने काम और पढ़ाई पर ध्यान देते हैं।
ग्राम पंचायत कार्यालय से बजने वाले सायरन के साथ ही सभी घरों में लोग अपनी इच्छा से 7 बजे से 9 बजे तक डिजिटल डिवाइस बंद कर देते हैं। बच्चों का यह समय पढ़ाई के लिए सुरक्षित रखा जाता है, जबकि बड़े अपने घर के काम और परिवार के साथ समय बिताते हैं।
पहल का उद्देश्य
यह अभियान SSLC बोर्ड और अन्य परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों की पढ़ाई में ध्यान बढ़ाने के लिए शुरू किया गया है।
माता-पिता को भी बच्चों को इस दौरान परेशान न करने और पढ़ाई पर ध्यान देने की सलाह दी जाती है।
स्थानीय निवासी रोहित यल्लुरकर ने बताया कि इस 2 घंटे के डिजिटल ब्रेक से बच्चों का ध्यान पढ़ाई पर बेहतर हो गया है।
ग्रामीणों का समर्थन
गांव की महिलाएं भी अब टीवी सीरियल्स के बजाय अन्य कामों और पारिवारिक समय में यह समय बिताती हैं।
महाराष्ट्र में इसी तरह के अभियान से प्रेरित होकर यह पहल शुरू की गई, जिसका मकसद मोबाइल और टीवी की लत कम करना है।
गांव के लोग इस अभियान को पूरे जोश के साथ अपना रहे हैं और इसे दूसरे गांवों के लिए भी प्रेरणा माना जा रहा है।
हलगा गांव का यह अनोखा कदम दिखाता है कि कैसे समाज में सामूहिक प्रयास से बच्चों की पढ़ाई और पारिवारिक समय को संतुलित किया जा सकता है।