
नई दिल्ली/अम्मान। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जॉर्डन के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर हैं। राजधानी अम्मान स्थित अल हुसैनिया पैलेस में जॉर्डन के शाह किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच भारत–जॉर्डन द्विपक्षीय संबंधों, क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक चुनौतियों पर विस्तृत और सार्थक चर्चा हुई।
बैठक में आतंकवाद-रोधी सहयोग, व्यापार और निवेश, रक्षा एवं सुरक्षा, उर्वरक और कृषि, बुनियादी ढांचा, नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति बनी। दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुट और कठोर रुख दोहराते हुए कहा कि इस वैश्विक खतरे से निपटने के लिए साझा प्रयास आवश्यक हैं।
पीएम मोदी के सम्मान में राजकीय भोज
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि वार्ता के बाद किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में आधिकारिक राजकीय भोज का आयोजन किया। प्रधानमंत्री मोदी किंग अब्दुल्ला के विशेष आमंत्रण पर जॉर्डन पहुंचे हैं।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “अम्मान में किंग अब्दुल्ला द्वितीय के साथ मेरी चर्चा अत्यंत सार्थक रही। भारत-जॉर्डन के विशिष्ट संबंधों को सुदृढ़ करने के प्रति उनकी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता सराहनीय है। इस वर्ष हम अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष मना रहे हैं, जो हमें भविष्य के लिए नई ऊर्जा देता है।”
भारत–जॉर्डन संबंधों के लिए 8 सूत्रीय रोडमैप
प्रधानमंत्री मोदी ने जानकारी दी कि दोनों देशों के बीच सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए आठ सूत्रीय कार्ययोजना पर सहमति बनी है। इसमें—
- व्यापार एवं आर्थिक सहयोग
- उर्वरक और कृषि
- सूचना प्रौद्योगिकी
- स्वास्थ्य सेवाएं
- बुनियादी ढांचा विकास
- महत्वपूर्ण एवं रणनीतिक खनिज
- नागरिक परमाणु सहयोग
- जन-जन संपर्क और सांस्कृतिक आदान-प्रदान
शामिल हैं।
जॉर्डन के प्रधानमंत्री ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जॉर्डन में स्वागत करना उनके लिए सम्मान की बात है। यह यात्रा दोनों देशों के 75 वर्षों के मजबूत और स्थायी संबंधों को दर्शाती है। उन्होंने आर्थिक, निवेश और तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग के नए अवसर तलाशने की इच्छा जताई।
37 साल बाद ऐतिहासिक द्विपक्षीय यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा 37 वर्षों बाद जॉर्डन की पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा है, जो भारत–जॉर्डन राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है। भारत और जॉर्डन के बीच आर्थिक संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं। वर्तमान में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार करीब 2.8 अरब अमेरिकी डॉलर का है। जॉर्डन भारत को फॉस्फेट और पोटाश जैसे उर्वरकों का प्रमुख आपूर्तिकर्ता है।
इसके अलावा जॉर्डन में 17,500 से अधिक भारतीय प्रवासी कार्यरत हैं, जो कपड़ा, निर्माण और विनिर्माण क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। यह यात्रा भारत–जॉर्डन साझेदारी को नई दिशा और मजबूती देने वाली मानी जा रही है।