बांग्लादेश में सियासी साजिश की गंध! शेख हसीना की जान पर मंडरा रहा खतरा, पर्दे के पीछे कौन सी ताकतें सक्रिय?
ढाका/नई दिल्ली। बांग्लादेश इस समय गंभीर राजनीतिक उथल-पुथल और अराजकता के दौर से गुजर रहा है। हाल के महीनों में जिस छात्र आंदोलन को देश के भीतर सरकारी नीतियों के खिलाफ जन-आंदोलन के रूप में देखा जा रहा था, अब उसके पीछे बाहरी ताकतों की भूमिका के संकेत मिल रहे हैं। यह भी आशंका जताई जा रही है कि इस पूरे घटनाक्रम का उद्देश्य पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को राजनीतिक रूप से खत्म करना ही नहीं, बल्कि उनकी हत्या करवाना भी हो सकता है।
छात्र आंदोलन या बाहरी पटकथा?
ढाका की सड़कों पर कोटा सिस्टम के विरोध में उठी छात्रों की आवाजें शुरुआत में स्थानीय असंतोष का परिणाम मानी गईं, लेकिन जांच और विश्लेषण के बाद तस्वीर बदलती दिख रही है। सूत्रों के अनुसार आंदोलन की स्क्रिप्ट ढाका यूनिवर्सिटी के कैंपस में नहीं, बल्कि विदेश में लिखी गई। इसके तार कट्टरपंथी संगठनों से जुड़े बताए जा रहे हैं जिनका नेटवर्क रावलपिंड...









