
गोरखपुर से लखनऊ आ रही 12587 अमरनाथ एक्सप्रेस में एक अनोखा नज़ारा देखने को मिला। थर्ड एसी कोच में एक पालतू कुत्ता आराम से मिडिल बर्थ पर कंबल ओढ़कर बैठा मिला। सहयात्रियों ने इसका वीडियो बनाकर रेलवे को शिकायत भेजी, जिसके बाद मामला चर्चा का विषय बन गया है।
थर्ड AC में बर्थ पर ‘डॉग का लग्जरी सफर’
शिकायत के अनुसार ट्रेन के बी-6 कोच में 51 नंबर बर्थ पर एक पालतू डॉग गोरखपुर से लखनऊ तक मालिकन के साथ यात्रा करता पाया गया। यह बर्थ 55 नंबर बर्थ के साथ पुष्पा नाम की महिला यात्री द्वारा आरक्षित थी।
वीडियो में दावा किया गया है कि:
- कुत्ता यात्रियों के बीच थर्ड एसी की मिडिल बर्थ पर लेटा था
- कोच अटेंडेंट ने कुत्ते के लिए कंबल और चादर भी उपलब्ध कराई
- यात्रियों की आपत्ति के बाद भी टीटीई और स्टाफ ने कोई कार्रवाई नहीं की
कुत्ते की मालकिन का कहना था—
“हमने टिकट लिया है।”
क्या कहता है रेलवे का नियम?
रेलवे मानकों के अनुसार पालतू जानवरों के साथ यात्रा के लिए स्पष्ट नियम हैं:
सामान्य नियम
- पालतू जानवर को साथ ले जाने के लिए पार्सल ऑफिस में बुकिंग अनिवार्य
- जानवर को यात्रा के दौरान गार्ड यान के केज में रखा जाता है
- गंतव्य स्टेशन पर मालिक को पालतू सौंपा जाता है
कब AC में साथ ले जा सकते हैं?
- केवल फर्स्ट एसी में,
- वह भी तब जब यात्री ने पूरा कूपा या केबिन आरक्षित किया हो
- तब भी पार्सल बुकिंग जरूरी है
थर्ड एसी, सेकंड एसी या स्लीपर कोच में बर्थ पर पालतू जानवर ले जाना पूरी तरह प्रतिबंधित है।
रेलवे ने शुरू की जांच
वीडियो वायरल होते ही रेलवे ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। यह पता लगाया जा रहा है कि:
- क्या टीटीई ने नियमों का उल्लंघन किया?
- क्या कोच अटेंडेंट ने जानवर के लिए कंबल व चादर उपलब्ध कराई?
- क्या पालतू जानवर की कोई मान्य बुकिंग थी?
वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, नियमों के उल्लंघन पर स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई संभव है।