
जयपुर, प्रतिनिधि।
ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में राजस्थान ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत राज्य ने सौर ऊर्जा उत्पादन में नया रेकॉर्ड बनाया है। अब तक 1 लाख से अधिक रूफटॉप सोलर संयंत्र लगाए जा चुके हैं, जिनकी कुल उत्पादन क्षमता 408 मेगावॉट तक पहुंच गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार की नीतियों और जनभागीदारी से यह संभव हो सका है।
राज्य के जयपुर, जोधपुर और अजमेर डिस्कॉम क्षेत्र इस अभियान में सबसे आगे हैं। केवल इन तीन क्षेत्रों में ही क्रमशः 33,922, 33,378 और 32,957 संयंत्र स्थापित किए गए हैं। हर महीने औसतन 10 हजार नए घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं।
🔆 3 किलोवाट तक संयंत्र पर ₹78,000 की सब्सिडी
राजस्थान सरकार ने उपभोक्ताओं को राहत देते हुए 3 किलोवाट तक के सोलर संयंत्र पर 78 हजार रुपये तक की सब्सिडी देने की घोषणा की है। अब तक 86,307 उपभोक्ताओं को कुल ₹672 करोड़ की राशि सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जा चुकी है।
जयपुर डिस्कॉम के 29,585, जोधपुर के 28,490 और अजमेर के 28,232 उपभोक्ताओं को इस योजना का सीधा लाभ मिला है।
🌞 सौर ऊर्जा में देश में पांचवां स्थान
रूफटॉप सोलर संयंत्रों की स्थापना में राजस्थान अब देश में पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। इससे आगे गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और केरल हैं।
फरवरी 2024 में जब यह योजना शुरू हुई थी, तब राज्य में केवल 37 सोलर संयंत्र स्थापित थे। आज यह संख्या बढ़कर 77,254 से अधिक हो चुकी है — जो ऊर्जा क्रांति का प्रतीक है।
⚙️ उपभोक्ताओं के लिए आसान प्रक्रिया, 11 जिलों में बने ‘आदर्श सौर ग्राम’
राजस्थान डिस्कॉम्स ने सोलर संयंत्र लगाने की प्रक्रिया को पूरी तरह सरल और पारदर्शी बना दिया है। अब आवेदन के समय कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। सभी चार्जेज बिजली बिल के साथ जोड़े जा रहे हैं, जिससे आम उपभोक्ता बिना किसी झंझट के योजना का लाभ उठा सकते हैं।
राज्य सरकार ने ग्रामीण स्तर पर सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए 11 जिलों में ‘आदर्श सौर ग्राम’ विकसित किए हैं। इनमें प्रमुख हैं —
सालासर (चूरू), जेठाना (अजमेर) और डाबी (बूंदी)।
हर ग्राम को ₹1 करोड़ रुपये की राशि सामुदायिक सौर परियोजनाओं के लिए दी जा रही है।
⚡ मुख्यमंत्री की 150 यूनिट मुफ्त बिजली योजना से सौर मिशन को नई गति
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की 150 यूनिट निशुल्क बिजली योजना से सौर ऊर्जा परियोजनाओं को और प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है। इस योजना के अंतर्गत पात्र उपभोक्ताओं को ₹17,000 की अतिरिक्त सब्सिडी मिलेगी। अब तक 1.9 लाख से अधिक उपभोक्ता इसमें अपनी सहमति दे चुके हैं।
राजस्थान ने एक बार फिर साबित किया है कि संकल्प और नीति के मेल से हर घर को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है।
“सूर्य की किरणें अब सिर्फ रोशनी नहीं, आत्मनिर्भर भारत की शक्ति बन रही हैं।” ☀️