
अहमदाबाद/अचलेंद्र कटियार: गुजरात में आम आदमी पार्टी (आप) ने मिशन 2027 के तहत राजनीतिक खेमे में बड़े बदलाव का ऐलान कर दिया है। सूरत से पार्टी ने बीजेपी और कांग्रेस के कई नेताओं को अपनी ओर खींचते हुए दावा किया है कि ईमानदार राजनीति के लिए कई महत्वपूर्ण नेता और कार्यकर्ता आप में शामिल हो गए हैं।
बीजेपी-कांग्रेस को सूरत से झटका
आप के अनुसार, सूरत में बीजेपी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और स्थानीय कार्यकर्ताओं ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। सूरत महानगरपालिका में आप पहले ही विपक्ष की भूमिका में थी और 2021 के निगम चुनावों में उसने 27 सीटें जीतकर अपनी पकड़ बनाई थी। इस बार पार्टी ने ‘गुजरात जोड़ो’ अभियान के तहत बीजेपी-कांग्रेस में सेंधमारी की है।
कांग्रेस और बीजेपी दोनों में सेंध
आप शहर अध्यक्ष धर्मेश भंडेरी, लोकसभा अध्यक्ष रजनीकांत वघाणी, नवसारी लोकसभा इंचार्ज पंकज तायडे और प्रवक्ता चित्रेश अनाजवाला की मौजूदगी में नए नेताओं को पार्टी में शामिल किया। इसमें कांग्रेस युवा मोर्चा के स्टेट एग्जीक्यूटिव सदस्य और सूरत शहर के मंत्री भरत प्रजापति भी शामिल हुए। इसके साथ ही उधना विधानसभा कांग्रेस अध्यक्ष अवघेश सिंह राजपूत भी आप में शामिल हुए हैं।
संगठन मजबूत करने में जुटा नेतृत्व
गुजरात में आम आदमी पार्टी की कमान इसुदान गढ़वी के हाथों में है। गढ़वी ने सौराष्ट्र और आदिवासी बेल्ट में पार्टी को चर्चा में लाकर संगठन मजबूत किया है। सूरत में बीजेपी से नेताओं का आप में शामिल होना इसलिए भी अहम है क्योंकि यह उप मुख्यमंत्री हर्ष संघवी और केंद्रीय मंत्री सी.आर. पाटिल का गृह जनपद है।
पार्टी का भविष्य और मिशन 2027
धर्मेश भंडेरी ने कहा कि आप नगर निगम चुनावों में मजबूत और ईमानदार उम्मीदवार उतारेगी। इसके पहले ही पार्टी ने किसानों की मांगों से जुड़े ज्ञापन मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को सौंपे थे। गुजरात में आप के चार विधायक हैं और पार्टी ने अपने भीतर अनुशासन बनाए रखने के लिए उमेश मकवाणा को निष्कासित किया है।
आप का यह कदम आगामी 2026 के निगम चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी-कांग्रेस के लिए चुनौती साबित होने जा रहा है।