
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुँच गया है। रविवार को कोहरे और स्मॉग की मोटी चादर छाई रही। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, कुछ इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 के करीब दर्ज किया गया, जो खतरनाक श्रेणी में आता है।
इस बढ़ते प्रदूषण के मद्देनज़र शिक्षा निदेशालय (DoE) ने क्लास1 से9 औरक्लास11 के छात्रों के लिए स्कूलों में तुरंत हाइब्रिडक्लास शुरू करने का निर्देश दिया है। इसका मतलब है कि स्कूलों में ऑनलाइनऔरफिजिकलदोनोंतरहसेपढ़ाई चलेगी।
यह आदेश DoE, NDMC, MCD और दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड के अंतर्गत आने वाले सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और प्राइवेट मान्यता प्राप्त स्कूलों पर लागू होगा। छात्रों और अभिभावकों को जहां भी ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प उपलब्ध होगा, वहाँ इस सुविधा का लाभ मिलेगा। स्कूल द्वारा इस संबंध में जानकारी दी जाएगी।
ऑफिसों में वर्क–फ्रॉम–होम
स्कूलों की तरह, दिल्ली सरकार ने सरकारी और प्राइवेट ऑफिसों को भी 50 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ फिजिकल अटेंडेंस के साथ काम करने का आदेश दिया है। बाकी 50 प्रतिशत कर्मचारियों को घर से काम करना होगा। सीनियर अधिकारियों को जरूरी और इमरजेंसी सेवाओं के लिए स्टाफ बुलाने का अधिकार रहेगा।
इमरजेंसी सेवाओं को छूट
आवश्यक सेवाओं जैसे अस्पताल, हेल्थकेयर, फायर सर्विस, जेल, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, बिजली-पानी सप्लाई, सैनिटेशन, आपदा प्रबंधन और वायु प्रदूषण नियंत्रण विभाग को इन पाबंदियों से छूट दी गई है।
निष्कर्ष:
दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण के तहत स्कूल और ऑफिस दोनों में जरूरी बदलाव किए गए हैं। माता-पिता और कर्मचारियों को सलाह दी जाती है कि वे प्रदूषण स्तर और स्कूल/ऑफिस से आने-जाने की जानकारी नियमित रूप से देखें।