
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिन के भारत दौरे पर आज दिल्ली पहुंच रहे हैं। उनकी इस यात्रा पर दुनिया की नजर है—लेकिन सैन्य, कूटनीतिक और व्यापारिक फैसलों के साथ-साथ पुतिन अपने निजी विचारों और रहस्यमयी जीवनशैली को लेकर भी अक्सर सुर्खियों में रहते हैं।
इसी साल सितंबर में उनकी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हुई एक निजी बातचीत लीक हुई थी, जिसमें दोनों नेताओं के बीच लंबी उम्र और ‘अमरता’ पर चर्चा हुई। यह बातचीत विश्वभर में बहस का विषय बन गई थी।
बीजिंग में ‘अमरता’ पर चर्चा
सितंबर में पुतिन चीन की सैन्य परेड में हिस्सा लेने बीजिंग पहुंचे थे। रेड-कार्पेट पर जिनपिंग के साथ टहलते हुए दोनों नेताओं के बीच अचानक उम्र बढ़ाने के उपायों पर बात शुरू हो गई।
सूत्रों के अनुसार, पुतिन ने इस बातचीत में कहा था कि—
“टेक्नोलॉजी की प्रगति के साथ इंसानी अंगों का ट्रांसप्लांट संभव है, जिससे मनुष्य लंबे समय तक जवान रह सकता है… शायद अमर भी।”
उनकी यह टिप्पणी सोशल मीडिया से लेकर राजनयिक गलियारों तक चर्चा का विषय बन गई।
लंबे शासन की इच्छा या फिटनेस का जुनून?
विश्लेषकों का मानना है कि पुतिन की यह सोच उनकी सत्ता में दीर्घकाल तक बने रहने की इच्छा से भी जुड़ी हो सकती है। रूस के संविधान संशोधन के बाद वे 2036 तक राष्ट्रपति बन सकते हैं। तब उनकी उम्र 83 वर्ष होगी।
यह भी कहा जाता है कि पुतिन:
- अपनी सेहत पर बेहद सख्त नियंत्रण रखते हैं
- कई विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम अपने साथ रखते हैं
- आधुनिक और वैकल्पिक चिकित्सा का सहारा लेते हैं
- जीवन को लंबा करने वाले वैज्ञानिक प्रयोगों में गहरी रुचि रखते हैं
रूसी पत्रकार मिखाइल रुबिन के मुताबिक,
“पुतिन शारीरिक रूप से फिट हैं, लेकिन उनका मेडिकल स्टाफ दिखाता है कि वे लंबी उम्र और स्वास्थ्य को लेकर असामान्य रूप से चिंतित हैं। मुझे लगता है कि वे कई और वर्षों तक शासन करना चाहते हैं।”
रूस में अमरता पर ‘सीक्रेट प्रोजेक्ट’?
रिपोर्ट्स के अनुसार, पुतिन के करीबी वैज्ञानिक मिखाइल कोवलचुक रूस में “अमरता” और “एंटी-एजिंग टेक्नोलॉजी” पर जारी रिसर्च का नेतृत्व कर रहे हैं।
इन अध्ययनों में शामिल हैं:
- अंगों के रिप्लेसमेंट की उन्नत तकनीक
- जेनेटिक इंजीनियरिंग
- शरीर को लंबे समय तक युवा बनाए रखने पर प्रयोग
पुतिन खुद भी सार्वजनिक तौर पर कह चुके हैं कि—
“मॉडर्न मेडिकल साइंस इंसान को जीवन काफी बढ़ाने की क्षमता देती है।”
भारत दौरे से पहले चर्चा तेज
भारत दौरे से ठीक पहले फिर से यह सवाल उठ रहा है—
क्या दुनिया की सबसे शक्तिशाली हस्तियों में से एक व्लादिमीर पुतिन सचमुच ‘अमरता’ की तलाश में हैं?
फिलहाल इस पर पुतिन ने कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन उनका विज्ञान, तकनीक और फिटनेस को लेकर जुनून यह संकेत जरूर देता है कि वे न केवल अपने शासन को लंबा देखना चाहते हैं, बल्कि जीवन को भी।