Tuesday, November 25

शाहाबाद की बड़ी मांग: 22 में से 19 विधायक NDA को देने के बाद एयरपोर्ट की आस, उपेंद्र कुशवाहा पर टिकी निगाहें

बक्सर/सासाराम। शाहाबाद रेंज के लोगों की वर्षों पुरानी मांग एक बार फिर जोर पकड़ चुकी है। सासाराम, बक्सर, कैमूर और भोजपुर को कवर करने वाला यह ऐतिहासिक और रणनीतिक क्षेत्र अब अपने खुद के एयरपोर्ट की मांग को लेकर एकजुट हो रहा है। स्थानीय लोगों का मानना है कि हवाई सुविधा मिलने से यहां विकास की गति कई गुना बढ़ जाएगी। क्षेत्र के मतदाताओं ने इस बार एनडीए को 22 में से 19 विधायक देकर अपना मजबूत राजनीतिक संदेश भी दर्ज कराया है, जिसके बाद उम्मीदें और बढ़ गई हैं।

रणनीतिक रूप से बेहद अहम शाहाबाद

बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड के त्रि-जंक्शन पर स्थित शाहाबाद क्षेत्र से राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरता है। यह इलाका शेरशाह सूरी का मकबरा, रोहतासगढ़ किला और ऐतिहासिक बक्सर युद्धभूमि जैसी धरोहरों का केंद्र है। इसके बावजूद स्थानीय यात्रियों को उड़ानों के लिए पटना, वाराणसी या प्रयागराज निर्भर रहना पड़ता है। नोखा निवासी संदीप सिंह बताते हैं कि “हवाई अड्डे तक पहुंचने में ही कई बार यात्रा से अधिक समय लग जाता है।”

जनसभा में उठी मांग, कुशवाहा ने दिया संकेत

रविवार को सासाराम में आयोजित एक जनसभा में स्थानीय व्यापारियों ने आरएलएम प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और नवनिर्वाचित विधायक स्नेहलता कुशवाहा से सुयारा एयरपोर्ट की दिशा में ठोस पहल करने का आग्रह किया। कुशवाहा ने आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन द्वारा मास्टर प्लान तैयार होने के बाद इस पर औपचारिक बयान जारी किया जाएगा।

रोहतास प्रशासन के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि सुयारा क्षेत्र में औद्योगिक गलियारे के लिए जमीन पहले ही अधिग्रहित की जा चुकी है, जो विमानन परियोजना के लिए उपयुक्त मानी जा रही है।

व्यापारी, डॉक्टर और आम जनता—सबकी एक मांग

बिक्रमगंज के व्यवसायी श्याम जी गुप्ता का कहना है कि बक्सर की यूपी सीमा से निकटता इसे दो राज्यों के लिए क्षेत्रीय एयरपोर्ट के रूप में महत्वपूर्ण बनाती है। फ्लाइट सुविधा मिलने से डेहरी-ऑन-सोन और पत्थर खनन से जुड़े उद्योगों को भी बड़ा लाभ होगा।

दरिगांव की डॉक्टर श्वेता कुमारी ने बताया, “हजारों छात्र और मजदूर हर महीने महानगरों का रुख करते हैं। एयरपोर्ट होने से उनकी मुश्किलें काफी कम होंगी।” दिल्ली स्थित चिकित्सक और सासाराम मूल निवासी डॉ. संजीव कुमार ने तो यहां तक कहा, “एक रनवे इस क्षेत्र की किस्मत बदल सकता है।”

डुमरांव के अधिवक्ता दिव्यांश सिंह ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को पत्र भेजकर बक्सर एयरपोर्ट को उड़ान योजना में शामिल करने की मांग की है।

ऑनलाइन अभियान ने बढ़ाई आवाज

पूर्ववर्ती डुमरांव एस्टेट के मानविजय सिंह ने बताया कि बिहार में वीरपुर, वाल्मीकिनगर, सहरसा, मधुबनी, भागलपुर और मुजफ्फरपुर में नए हवाई अड्डों की योजनाएं आगे बढ़ रही हैं। दरभंगा एयरपोर्ट की सफलता और पूर्णिया को मिली मंजूरी के बाद भी शाहाबाद की उपेक्षा होना चिंता का विषय है।

उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के हालिया दौरे में यह मुद्दा उनके समक्ष उठाया था। वहीं, शाहाबाद भोजपुरिया संघर्ष मोर्चा के संयोजक रामजी यादव ने बताया कि युवाओं, व्यापारिक संगठनों और नागरिक समाज ने बक्सर, सासाराम या डेहरी में एयरपोर्ट निर्माण की मांग को लेकर ऑनलाइन अभियान भी चलाया है।

अब निगाहें केंद्र और उपेंद्र कुशवाहा पर

क्षेत्र के लोगों का कहना है कि एनडीए को भारी समर्थन देने के बाद अब सरकार को इस मांग पर गंभीर पहल करनी चाहिए। फिलहाल शाहाबाद के लोग उपेंद्र कुशवाहा और केंद्र सरकार की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं कि क्या इस बार उनका सपना सच हो पाएगा।

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