
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने एआई के क्षेत्र में सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी सर्विस कंपनी बनने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए TCS ने प्राइवेट इक्विटी फर्म TPG के साथ मिलकर ‘HyperVault’ नाम की नई कंपनी बनाई है। इस जॉइंट वेंचर में TCS और TPG अगले कुछ सालों में लगभग 18,000 करोड़ रुपये (करीब $1 अरब) का निवेश करेंगे।
HyperVault का उद्देश्य
HyperVault का मुख्य लक्ष्य भारत में बड़े पैमाने पर AI डेटा सेंटर स्थापित करना है। यह डेटा सेंटर AI सेवाओं के लिए जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर डिजाइन, इंस्टालेशन और ऑप्टिमाइजेशन का काम संभालेंगे। इसके माध्यम से क्लाउड कंपनियों और AI सर्विस प्रोवाइडर्स को बेहतर और तेज सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी।
TCS के CEO के. कृतिवासन ने बताया, “डेटा सेंटर बिजनेस में उतरना हमारे पार्टनर्स और सहयोगियों के साथ रिश्तों को मजबूत करने के लिए जरूरी था। इससे हमारी सर्विसेज का दायरा भी बढ़ेगा।”
कंपनी में हिस्सेदारी का बंटवारा
HyperVault में TCS की हिस्सेदारी 51% होगी, जबकि TPG की हिस्सेदारी 27.5% से 49% तक हो सकती है। इस साझेदारी से TCS को पूंजी का बोझ कम होगा और भारत के तेजी से बढ़ते AI इन्फ्रास्ट्रक्चर मार्केट में लंबी अवधि तक अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद है।
बाजार और क्षमता
भारत में फिलहाल लगभग 1.5 गीगावाट (GW) डेटा सेंटर क्षमता है। HyperVault के जरिए TCS अगले कुछ सालों में 1 GW से अधिक AI-रेडी क्षमता विकसित करने की योजना बना रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम AI और क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में भारत की स्थिति को मजबूत करेगा और देश में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर की मांग को पूरा करेगा।