Friday, November 21

यूपी में SIR के लिए कैसे मिलेगी 2003 की वोटर लिस्ट? जानें दो आसान तरीके

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इन दिनों विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया चल रही है। इसके तहत वर्ष 2003 की मतदाता सूची के आधार पर मतदाताओं से नए फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। इसी कारण कई वोटरों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि 2003 की सूची कैसे प्राप्त होगी और अगर उनका नाम उस सूची में नहीं है तो क्या उनकी वोटर एंट्री पर असर पड़ेगा? इस संबंध में चुनाव अधिकारियों ने पूरी प्रक्रिया स्पष्ट की है।

ऑनलाइन और ऑफलाइन—दोनों तरीकों से मिलेगी पुरानी सूची

विशेषज्ञों के अनुसार 2003 की मतदाता सूची प्राप्त करने के दो तरीके हैं—ऑनलाइन और ऑफलाइन

1. ऑनलाइन ऐसे करें 2003 की वोटर लिस्ट डाउनलोड

– सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
– यहां ‘आर्काइव्ड इलेक्टोरल रोल्स’, ‘हिस्टोरिकल डेटा’ या ‘ओल्ड वोटर लिस्ट’ जैसा सेक्शन खोजें।
– इसमें वर्षवार मतदाता सूची उपलब्ध होती है।
– सूची में से 2003 या 2004 के विकल्प का चयन करें (कई जिलों की 2003 की फाइनल सूची वर्ष 2004 में प्रकाशित हुई थी)।
– इसके बाद अपना जिला, विधानसभा क्षेत्र और मतदान केंद्र/बूथ संख्या चुनें। यह जानकारी अपने पुराने वोटर आईडी से या परिवार के सदस्यों से मिल सकती है।
– संबंधित वर्ष की PDF सूची डाउनलोड करें और उसमें नाम व EPIC नंबर (वोटर आईडी नंबर) खोजें।

2. ऑफलाइन ऐसे प्राप्त करें सूची

जिनके लिए ऑनलाइन प्रक्रिया कठिन है, वे सीधे अपनी तहसील, बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) या निर्वाचन कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। वहां 2003 की सूची और वर्तमान सूची दोनों उपलब्ध रहती हैं।

नाम नहीं हो तो भी घबराने की जरूरत नहीं

अधिकारियों का कहना है कि यदि किसी मतदाता का नाम 2003 की सूची में नहीं है, तो इसका अर्थ यह नहीं है कि उनका नाम वर्तमान सूची से हटा दिया जाएगा। SIR प्रक्रिया का उद्देश्य केवल मतदाता सूची को अद्यतन और सुधारना है, नाम काटना नहीं।

किसी भी संदेह की स्थिति में करें संपर्क

अगर किसी वोटर को यह पता करने में कठिनाई हो कि उनका नाम सूची में है या नहीं, तो वे अपने स्थानीय बीएलओ से संपर्क करें। बीएलओ मतदाता सूची और नामांकन से जुड़ी सभी जानकारी उपलब्ध कराता है। इसके अलावा तहसील कार्यालय में भी संबंधित दस्तावेज देखे जा सकते हैं।

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