
बड़वानी (मध्य प्रदेश): पाटी क्षेत्र के नेताजी सुभाषचंद्र बोस बालिका छात्रावास की छात्राओं ने अपने हॉस्टल की समस्याओं को लेकर अनोखा विरोध दर्ज कराया। भोजन में कीड़े निकलने, मेन्यू के अनुरूप खाना न मिलने और वार्डन के दुर्व्यवहार से परेशान छात्राएं मंगलवार सुबह कलेक्टर से मिलने लंबी दूरी तय कर बड़वानी पहुंचीं। उनकी शिकायत सुनते ही कलेक्टर ने तीन सदस्यीय जांच समिति गठित कर 15 दिन में रिपोर्ट देने का निर्देश जारी किया।
10 किलोमीटर पैदल, 22 किलोमीटर बस और फिर 2 किलोमीटर पैदल…
छात्राओं की यह यात्रा किसी संघर्ष से कम नहीं थी।
- चौकी से पाटी तक 10 किमी पैदल
- फिर 22 किमी बस यात्रा
- और बड़वानी पहुंचकर 2 किमी पैदल चलकर वे कलेक्टर कार्यालय पहुंचीं।
कार्यालय पहुंचकर छात्राओं ने रोते हुए अपनी समस्याएं बताईं।
भोजन में कीड़े, मेन्यू गायब, वार्डन पर दुर्व्यवहार का आरोप
छात्राओं ने बताया कि
- हॉस्टल में दिए जाने वाले भोजन में कई बार कीड़े निकलते हैं।
- खाने का मेन्यू लगातार नजरअंदाज किया जाता है।
- बीमार होने पर वार्डन उषा सोलंकी उनकी शिकायतों को “नाटक” कहकर टाल देती हैं।
वार्डन उषा सोलंकी ने सभी आरोपों को निराधार बताते हुए खुद पर लगाए गए सभी आरोपों से इंकार किया है।
कलेक्टर ने तुरंत लिया संज्ञान, बनी 3 सदस्यीय जांच समिति
कलेक्टर जयति सिंह ने मामले की गंभीरता देखते हुए तुरंत कदम उठाए।
गठित जांच समिति में शामिल:
- आर.एस. गुंडिया – जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास
- जे.सी. वर्मा – जिला कोषालय अधिकारी
- शीतल सोलंकी – प्रभारी तहसीलदार
कलेक्टर ने कहा कि वार्डन का प्रभार अब तक नहीं हटाया गया है।
समिति को 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
छात्राओं की हिम्मत बनी मिसाल
छात्राओं का यह साहसिक कदम न सिर्फ व्यवस्था को आईना दिखाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि समस्याओं के खिलाफ आवाज उठाने के लिए उम्र नहीं, हिम्मत चाहिए।