
गुवाहाटी/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद असम के स्वास्थ्य मंत्री अशोक सिंघल के एक ट्वीट ने राजनीतिक हलचल मचा दी। मंत्री ने बिहार में “गोभी की खेती” को लेकर तस्वीर साझा की, लेकिन कांग्रेस और टीएमसी नेताओं ने इसे विवादित करार दिया। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने ट्वीट को 1989 के भागलपुर दंगों से जोड़ते हुए आलोचना की।
भागलपुर दंगा 24 अक्टूबर 1989 को शुरू हुआ था, जब रामजन्मभूमि आंदोलन के दौरान शिला पूजन का जुलूस मुसलमान बाहुल्य ततारपुर इलाके में निकाला गया। पुलिस की मौजूदगी और स्थानीय विवाद के कारण हिंसा भड़क गई। दंगों में करीब 900 से 1,000 लोग मारे गए और लगभग 200 गांव प्रभावित हुए।
सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि हत्या के बाद शवों को दफनाकर उनके ऊपर गोभी की खेती की गई। यही कारण है कि “गोभी की खेती” का संदर्भ आज भी भागलपुर दंगे की एक दुखद याद के रूप में जुड़ा हुआ है।
कांग्रेस और टीएमसी नेताओं ने अशोक सिंघल के ट्वीट को मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैलाने वाला करार दिया। शशि थरूर ने भी ट्वीट की आलोचना की। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि 2026 में असम में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र यह मामला और संवेदनशील बन गया है।
भागलपुर दंगे के 46 साल बीत चुके हैं, लेकिन अशोक सिंघल के ट्वीट ने दशकों पुरानी घटना को फिर से सार्वजनिक ध्यान में ला दिया।