Friday, November 14

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: वो 8 बड़े सवाल, जिनके जवाब सिर्फ बिहार के वोटर्स ही देंगे

नई दिल्ली, 14 नवम्बर 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों के लिए मतगणना अब कुछ ही घंटों दूर है। हर तरफ सवाल उठ रहे हैं कि बिहार की जनता किसे सत्ता की कुर्सी सौंपेगी – नीतीश कुमार को या तेजस्वी यादव की अगुवाई वाले महागठबंधन को। लेकिन इस बार चुनाव से जुड़े 8 ऐसे बड़े सवाल हैं, जिनके जवाब न तो गूगल देगा और न ही कोई AI – इन्हें तय करेगा केवल बिहार के वोटर।

1. क्या महिलाओं के लाडले नीतीश फिर बनेंगे CM?
इस बार बिहार में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से करीब 10 प्रतिशत ज्यादा रही। शराबबंदी के चलते महिलाओं में नीतीश कुमार की लोकप्रियता बढ़ी है। अगर नतीजे एनडीए के पक्ष में आए तो नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बन सकते हैं।

2. महागठबंधन की ‘फ्रेंडली फाइट’ वाली 12 सीटों का क्या होगा?
महागठबंधन की 12 सीटों पर सहयोगी दल आमने-सामने हैं। कांग्रेस, आरजेडी, सीपीआई और वीआईपी के उम्मीदवार एक-दूसरे के खिलाफ हैं। इस दोस्ताना मुकाबले में कहीं कोई तीसरा न बाजी मार ले जाए – यह बड़ा सवाल है।

3. जनसुराज पार्टी किसकी वोट कटवा बनेगी?
प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज का प्रदर्शन इस बार भी चुनावी जटिलताओं में अहम भूमिका निभा सकता है। नए वोटरों को जोड़ने के बावजूद यह तय करेगा कि किसका वोट कटता है और कौन निर्णायक भूमिका में आता है।

4. क्या कांग्रेस की वजह से तेजस्वी CM नहीं बन पाएंगे?
आरजेडी ने 143 सीटें मैदान में उतारी हैं, वहीं कांग्रेस 61 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कुछ सीटों पर महागठबंधन का सहयोगी दल भी मौजूद है। क्या कांग्रेस के अधिक सीट मिलने से तेजस्वी यादव की सत्ता पर पकड़ कमजोर होगी, यह सवाल चुनावी नतीजों पर निर्भर करेगा।

5. मोकामा में जीत पहले से बन गए लड्डू, तो क्या बंटेंगे भी?
मोकामा के बाहुबली प्रत्याशी अनंत सिंह और सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी आरजेडी प्रत्याशी के तौर पर मैदान में हैं। दोनों ही प्रत्याशियों ने जीत के विश्वास के साथ महाभोज की तैयारियां भी कर ली हैं।

6. बागी भाई तेज प्रताप का क्या होगा?
तेजस्वी यादव महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार हैं, वहीं तेज प्रताप यादव अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (जजद) के साथ मैदान में हैं। इस बार के नतीजे तेज प्रताप की राजनीतिक दिशा भी तय करेंगे।

7. योगी-मोदी की रैलियों का असर क्या होगा?
प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ की सभाओं वाली सीटों पर बीजेपी की पकड़ मजबूत होने की उम्मीद है। लेकिन वास्तविक नतीजे यह तय करेंगे कि प्रचार का प्रभाव कितना रहा।

8. क्या एनडीए की नाव से छोटी पार्टियां पार करेंगी चुनावी वैतरणी?
एनडीए में शामिल कई छोटी पार्टियां इस चुनाव में अहम भूमिका निभा सकती हैं। जदयू और भाजपा के 101-101 उम्मीदवार हैं, जबकि चिराग पासवान की पार्टी को 29 सीटें दी गई हैं। जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टियों के लिए भी यह निर्णायक चुनाव है।

सिर्फ बिहार के वोटर्स के पास है अंतिम जवाब
ये आठ सवाल बिहार चुनाव 2025 की सबसे बड़ी पहेलियां हैं। नतीजे आने के बाद ही साफ होगा कि बिहार की जनता ने किसे सत्ता की चाबी सौंपा।

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