
मुंबई, संवाददाता: शहर के बुनियादी ढांचे में एक और बड़ी छलांग लगाते हुए सेंट्रल मुंबई का पहला ट्विन केबल-स्टेड फ्लाईओवर निर्माणाधीन है। दादर क्षेत्र में बन रहे इस पुल का लगभग 35 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और यह अगले कुछ सालों में पूरी तरह चालू होने की संभावना है।
दादर में ट्रैफिक की भीड़ से मिलेगा राहत:
यह नया ट्विन ब्रिज पुराने, 100 साल पुराने तिलक फ्लाईओवर की जगह बनाया जा रहा है। पुराने पुल को नए पुल के पूरा हो जाने के बाद ही तोड़ा जाएगा ताकि यातायात प्रभावित न हो। इससे दादर क्षेत्र में सालों से चली आ रही ट्रैफिक की भीड़भाड़ कम होने और यात्रियों को तेज और सुरक्षित यात्रा की सुविधा मिलेगी।
पुनर्निर्माण और कार्य की गति:
मुंबई में ब्रिटिश काल के खतरनाक पुलों का पुनर्निर्माण पिछले कुछ वर्षों से चल रहा है। शिव और प्रभादेवी के पुलों पर काम चलने के कारण तिलक ब्रिज पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया। इसे देखते हुए तिलक ब्रिज के पुनर्निर्माण में तेजी लाई गई है।
पुल की संरचना और चरणबद्ध निर्माण:
- लंबाई: 600 मीटर
- लेन: कुल 6 लेन, दो चरणों में निर्माण
- प्रत्येक पुल की चौड़ाई: 16.7 मीटर
- पहला चरण: 3 लेन, अप्रैल 2026 तक पूरा
- दूसरा चरण: शेष 3 लेन, 18 महीनों में पूरा, कुल मिलाकर 2028 तक पुल चालू
खासियत और आकर्षण:
- पुल का निर्माण एडवांस टेक्नोलॉजी से किया जा रहा है।
- कुल लागत: 375 करोड़ रुपये
- पुल पर बिजली की रोशनी से सजावट
- ‘सेल्फी पॉइंट’ की सुविधा, जिससे यह केवल ट्रैफिक केंद्र नहीं बल्कि पर्यटन स्थल भी बनेगा
इस नए फ्लाईओवर से दादर क्षेत्र के यातायात और मुंबईवासियों के रोज़मर्रा के सफर में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है।