
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए वोटिंग संपन्न हो चुकी है और अब 14 नवंबर को मतगणना होने वाली है। चुनाव परिणामों से पहले आए एग्जिट पोल बताते हैं कि राज्य में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है। इससे एनडीए में भाजपा की स्थिति और भी मजबूत होने की संभावना है।
एग्जिट पोल क्या दिखा रहे हैं?
विभिन्न एग्जिट पोल के अनुसार:
- भाजपा: 67–70 सीटें
- जदयू: 58–71 सीटें
- राजद: 56–69 सीटें
औसत आंकड़ों के हिसाब से भाजपा को लगभग 69 सीटें, जदयू को 62 सीटें और राजद को 63 सीटें मिल सकती हैं। यानी एग्जिट पोल के आधार पर भाजपा राजद को पीछे छोड़ बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बनती दिख रही है।
पिछला चुनाव और जमीनी असर
2020 के चुनाव में भाजपा ने राज्य में अपना दबदबा बनाए रखा था। उस समय जदयू, जो गठबंधन में सबसे वरिष्ठ सहयोगी थी, को सिर्फ 43 सीटें मिली थीं। चिराग पासवान के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले के बाद जदयू की जमीन और भी कमजोर हुई। इस बार भाजपा के बढ़ते प्रभाव से एनडीए में उसकी स्थिति और सुदृढ़ होने की संभावना है।
एग्जिट पोल की विश्वसनीयता
हालांकि, एग्जिट पोल हमेशा 100% सही नहीं होते। बिहार में कई बार एग्जिट पोल की भविष्यवाणियाँ गलत साबित हुई हैं। इस बार दैनिक भास्कर, मैट्रिज, पीपुल्स इनसाइट, चाणक्य स्ट्रैटेजीज और पीपुल्स पल्स सहित नौ एग्जिट पोल ने एनडीए की जीत की संभावना जताई है। उनका अनुमान है कि एनडीए को 130–167 सीटें और महागठबंधन को 73–108 सीटें मिल सकती हैं। औसत आंकड़ों के अनुसार, एनडीए को 147 सीटें और महागठबंधन को 90 सीटें मिल सकती हैं।
निष्कर्ष
यदि ये एग्जिट पोल सही साबित होते हैं, तो 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा राजद को पीछे छोड़ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है। यह बिहार की राजनीति में एक बड़ा बदलाव माना जाएगा और एनडीए के भीतर भाजपा की स्थिति को और मजबूत करेगा।