
राजस्थान के दौसा जिले में अरावली पर्वतमाला को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने कांग्रेस सांसद मुरारीलाल मीणा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सांसद ने अरावली की पहाड़ियों को खोदकर वहां मकान बना लिया है।
मंत्री किरोड़ीलाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन के दौरान अरावली क्षेत्र को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया गया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के 60 साल के शासन में जितनी अरावली बर्बाद हुई, उतनी कभी नहीं हुई। मौजूदा सरकार पर्यावरण संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि अरावली को किसी भी हालत में उजड़ने नहीं दिया जाएगा। भजनलाल सरकार के दो साल के कार्यकाल में प्रदेशभर में करीब 20 करोड़ पौधे लगाए गए, जिससे वन क्षेत्र और सेंचुरी का विस्तार हुआ।”
सांसद मुरारीलाल मीणा का जवाब
मंत्री के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद मुरारीलाल मीणा ने कहा कि उनकी कालवान-सीकरी क्षेत्र में क्रेशर यूनिट है, लेकिन वह इलाका अरावली क्षेत्र में नहीं आता। उन्होंने यह भी कहा कि उस क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के कई नेताओं की क्रेशर यूनिट्स संचालित हैं।
अपने निजी आवास को लेकर सांसद ने कहा, “भांकरी पहाड़ी की तलहटी में बने मकान के लिए पहले अवैध खुदाई होती थी। हमने वहां पेड़-पौधे लगवाकर पहाड़ी को सुरक्षित किया, न कि नुकसान पहुँचाया।”
अरावली संरक्षण को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का यह मामला अब राजनीतिक बहस का केंद्र बन चुका है। वहीं आम जनता की आशा यही है कि राजनीतिक बयानबाजी के बावजूद अरावली की पहाड़ियां सुरक्षित रहें और उनका संरक्षण सुनिश्चित हो।