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नई दिल्ली: हाल ही में गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर महिमा के पास एक 31 साल की महिला आई। महिला शादीशुदा थी और पिछले तीन साल से प्रेग्नेंसी के लिए कोशिश कर रही थी। उसने पहले दो बार कंसीव किया था, लेकिन दोनों ही बार पहले महीने में मिसकैरेज हो गया।
महिला डॉक्टर से पूछती रही, “डॉक्टर, आखिर क्या गड़बड़ है?” डॉक्टर ने उसकी पूरी हिस्ट्री लेकर एक टेस्ट कराया। जांच में सामने आया कि उसे एंडोमेट्रियल पॉलीप की समस्या थी। यह एक प्रकार की ग्रोथ होती है, जो सामान्यतः हानिकारक नहीं होती, लेकिन महिला की प्रेग्नेंसी को टिकने नहीं दे रही थी।
डॉक्टर ने Hysteroscopic प्रोसीजर के जरिए पॉलीप को हटाया। इस प्रक्रिया में न तो बड़ी सर्जरी की जरूरत पड़ी और न ही लंबे समय तक आराम करना पड़ा।
कुछ महीनों बाद महिला की प्रेग्नेंसी पॉजिटिव आई और इस बार कोई मिसकैरेज नहीं हुआ। डॉक्टर महिमा ने कहा कि यह केस यह साबित करता है कि हर इनफर्टिलिटी मामले में लंबा इलाज जरूरी नहीं होता, बल्कि सही कारण का पता लगाना सबसे अहम है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी इंस्टाग्राम रील पर आधारित है। एनबीटी इसकी सत्यता की जिम्मेदारी नहीं लेता। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।