Monday, November 10

प्रणित मोरे का फैसला बना ‘बिग बॉस 19’ का टर्निंग पॉइंट! अभिषेक बजाज को क्यों नहीं बचाया — असली वजह आई सामने

‘बिग बॉस 19’ का सबसे चौंकाने वाला पल तब आया जब अभिषेक बजाज घर से बेघर हो गए। फैंस को यकीन नहीं हुआ कि ऐसा दमदार कंटेस्टेंट एविक्ट हो सकता है — और वो भी प्रणित मोरे के एक फैसले से! अब हर कोई यही पूछ रहा है कि आखिर प्रणित ने सलमान खान के स्पष्ट संकेत के बावजूद अभिषेक की जगह अशनूर कौर को क्यों बचाया? क्या ये फैसला वैल्यूज़ के नाम पर लिया गया या इसके पीछे कोई बड़ा गेम प्लान छिपा है?

🔹 सलमान ने दिया था साफ संकेत, फिर भी लिया उलटा फैसला

वीकेंड के एपिसोड में सलमान खान ने प्रणित को साफ कहा था कि फैसला ‘कंट्रीब्यूशन और एंटरटेनमेंट वैल्यू’ के आधार पर लेना चाहिए। अभिषेक बजाज पूरे सीजन में सबसे एक्टिव और एंटरटेनिंग कंटेस्टेंट्स में गिने जाते रहे हैं। इसके बावजूद प्रणित ने अशनूर को सेव किया, जिसने अब दर्शकों और फैंस को सोच में डाल दिया है।

🔹 “मोरल वैल्यूज़” या “स्मार्ट गेम”?

प्रणित ने अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने अशनूर को इसलिए चुना क्योंकि वो बिना झगड़े के रहती हैं, घर में पॉजिटिव माहौल बनाए रखती हैं और ‘वैल्यूज़’ फॉलो करती हैं। लेकिन शो को करीब से देखने वाले दर्शक और विश्लेषक मानते हैं कि ये केवल दिखावे की रणनीति थी। असल में प्रणित को पता था कि अभिषेक उनके लिए सबसे बड़ा कंपीटिशन हैं — और उन्हें बाहर करके उन्होंने टॉप-5 की राह अपने लिए आसान कर ली।

🔹 पुरानी दोस्ती में आई दरार

शुरुआती हफ्तों में प्रणित, अभिषेक और अशनूर की तिकड़ी काफी चर्चित रही। लेकिन कुछ समय बाद, पूल सीन विवाद और आपसी मतभेदों के बाद अभिषेक और प्रणित के बीच दूरी बढ़ी। जब सलमान ने खुलासा किया कि अभिषेक ने प्रणित के बारे में गलत बातें की थीं, तभी से दोनों के रिश्ते में ठंडापन आ गया।

🔹 ‘लॉजिकल’ प्रणित का ‘साइलेंट मास्टरस्ट्रोक’

प्रणित हमेशा से एक शांत, समझदार और लॉजिकल खिलाड़ी के रूप में नजर आए हैं। उन्होंने अपने हर कदम को सोच-समझकर उठाया है। नीलम, अशनूर और अभिषेक में से उनके पास तीन विकल्प थे — और उन्होंने सबसे मजबूत खिलाड़ी को बाहर कर अपने लिए रास्ता साफ कर लिया। यह चाल भले ही नैतिकता के नाम पर ढकी हो, लेकिन असल में ये रणनीति का कमाल था।

🔹 टॉप-5 में तय दिख रही जगह

अभिषेक के जाने के बाद अब टॉप कंटेंडर्स में अमल मलिक, गौरव खन्ना और फरहाना भट्ट का नाम सबसे ऊपर है। लेकिन प्रणित मोरे अब चुपचाप ‘साइलेंट प्लेयर’ बनकर आगे बढ़ रहे हैं। उनका संयम, सोच-समझकर बोलना और भावनाओं पर नियंत्रण रखना उन्हें टॉप ऑर्डर तक पहुंचा सकता है।

🔹 निष्कर्ष: दोस्ती गई, गेम बच गया!

कुल मिलाकर, प्रणित मोरे का यह फैसला भले ही फैंस को रुला गया हो, लेकिन ‘बिग बॉस 19’ के इतिहास में यह एक मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकता है। उन्होंने दोस्ती की बलि चढ़ाकर गेम को प्राथमिकता दी — और यही इस शो का असली मंत्र है।

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