
सहारनपुर।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में गुरुवार को एक हृदयविदारक दृश्य देखने को मिला, जब छत्तीसगढ़ से आई एक महिला जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर हाथ में तख्ती लेकर धरने पर बैठ गई। उसकी मांग थी— “मुझे मेरे पति के घर में रहने दिया जाए, अन्यथा मुझे इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए।” महिला की यह गुहार सुनकर मौके पर मौजूद अधिकारी और कर्मचारी स्तब्ध रह गए।
पीड़िता की पहचान छत्तीसगढ़ के अभनपुर स्थित ग्रीन पार्क कॉलोनी निवासी हिना के रूप में हुई है। हिना का आरोप है कि शादी के बाद से ही उसे दहेज उत्पीड़न, संतान न होने के तानों और घरेलू हिंसा का सामना करना पड़ा। हालात इतने बदतर हो गए कि उसे ससुराल से निकाल दिया गया और अब वह मानसिक, सामाजिक व भावनात्मक रूप से पूरी तरह टूट चुकी है।
2019 में हुई थी शादी, 54 लाख तक किया गया खर्च
हिना ने बताया कि उसकी शादी 24 अप्रैल 2019 को सहारनपुर के रामपुर मनिहारन थाना क्षेत्र के बंजारान गांव निवासी अब्दुल रहमान से मुस्लिम रीति-रिवाजों के अनुसार हुई थी। शादी में उसके पिता ने अपनी हैसियत से कहीं अधिक खर्च किया। होंडा अमेज कार, सोने-चांदी के जेवर और लगभग पांच लाख रुपये नकद दिए गए। हिना के अनुसार, शादी पर कुल खर्च करीब 54 लाख रुपये तक पहुंच गया, फिर भी ससुराल पक्ष संतुष्ट नहीं हुआ।
शादी के बाद शुरू हुई अतिरिक्त दहेज की मांग
हिना का कहना है कि शादी के कुछ ही समय बाद ससुराल वालों ने अतिरिक्त दहेज की मांग शुरू कर दी। मांग पूरी न होने पर उसके साथ मारपीट और मानसिक प्रताड़ना की जाने लगी। कई बार गांव के बुजुर्गों और रिश्तेदारों ने समझौते की कोशिश की, लेकिन हालात में कोई सुधार नहीं हुआ।
50 लाख लाने की शर्त, फिर घर से निकाला
पीड़िता के अनुसार, संतान न होने को लेकर उसे लगातार ताने दिए जाते रहे। इसी को आधार बनाकर आखिरकार उसे ससुराल से बाहर कर दिया गया। हिना का आरोप है कि ससुराल पक्ष ने साफ कह दिया था— “अगर साथ रहना है तो पिता से 50 लाख रुपये लेकर आओ, वरना वापस मत आना।”
मजबूर होकर हिना अपने मायके छत्तीसगढ़ लौट गई। इसी दौरान उसे यह जानकारी मिली कि उसके पति ने बिना तलाक और बिना उसकी जानकारी के दूसरी शादी कर ली है, जो उसके लिए सबसे बड़ा आघात साबित हुआ।
न्याय न मिलने पर डीएम कार्यालय पहुंची पीड़िता
हिना का कहना है कि उसने कई बार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई, लेकिन कहीं उसकी बात गंभीरता से नहीं सुनी गई। हताश होकर वह गुरुवार को अपने परिजनों के साथ सहारनपुर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची और धरने पर बैठ गई।
सूचना मिलने पर जिलाधिकारी मनीष बंसल स्वयं कार्यालय से बाहर आए और पीड़िता की पूरी बात सुनी। डीएम ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाते हुए कहा कि यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पीड़िता को संबंधित थाने में विधिवत शिकायत दर्ज कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।