
जयपुर: अंता विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान की सियासत में फिर गरमाहट देखी जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को भजनलाल सरकार पर कड़ी टिप्पणियां कीं और कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। गहलोत ने मुख्यमंत्री के दशहरा मेले में दिए गए भाषण और जयपुर डंपर हादसे पर भी सवाल उठाए।
🔹 ‘शायद सीएम की भी कोई सुनता है या नहीं’
गहलोत ने अपने निवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मुझे तो कभी-कभी संदेह होता है कि सीएम की भी कोई सुनता है। मंत्री तक परेशान हैं कि उनकी सेक्रेटरी उनकी बात नहीं सुनते। भाजपा विधायक कहते हैं कि हमारी तो कोई चलती ही नहीं। ऐसे में प्रदेश में क्या हो रहा है, यह समझा जा सकता है। ऐसा लगता है, सरकार नाम की कोई चीज ही नहीं है।”
🔹 भजनलाल के दशहरा भाषण पर तीखा तंज
पूर्व मुख्यमंत्री ने सीएम भजनलाल शर्मा के कोटा में दिए गए भाषण का हवाला देते हुए कहा, “क्या किसी राज्य का मुख्यमंत्री बोल सकता है कि अहंकार का साथ दो, बुराई का साथ दो। आखिर उनके सलाहकार कौन हैं? मैं उनके सलाहकार को ढूंढ़ रहा हूं। सीएम को बहुत सोच-समझकर बोलना चाहिए। अगर यह सही है तो यह बड़ी गंभीर बात है।”
🔹 जयपुर डंपर हादसे के पीड़ितों के मुआवजे पर बरसे गहलोत
गहलोत ने जयपुर के हरमाड़ा इलाके में हुए डंपर हादसे के पीड़ितों का जिक्र करते हुए कहा, “इस सरकार में जब तक पीड़ित धरना नहीं देंगे, उन्हें मुआवजा नहीं मिलेगा। यह सरकार की संवेदनहीनता है। मैंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जबकि यह काम एक-दो घंटे में हो जाना चाहिए था।”
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की यह टिप्पणियां चुनावी सियासत को और गरमाएंगी और विधानसभा चुनाव में विपक्ष की रणनीति पर असर डाल सकती हैं।