
कोटा/बारां: अंता विधानसभा में 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव से ठीक पहले राजस्थान सरकार ने हाड़ौती के किसानों के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है। कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने शुक्रवार को कोटा में कहा कि अतिवृष्टि और बेमौसम बारिश से हुए फसल नुकसान को देखते हुए हाड़ौती समेत प्रदेश के किसानों के लिए कुल 1700 करोड़ रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
🔹 किसानों को मिलेगा दोहरी राहत
कृषि मंत्री ने बताया कि राहत पैकेज दो हिस्सों में वितरित किया जाएगा:
- कृषि बीमा क्लेम: कोटा संभाग के चारों जिलों को 500 करोड़ रुपए
- आपदा राहत: प्रभावित किसानों को 500 करोड़ रुपए
कृषि मंत्री ने बताया कि कोटा संभाग में ड्रोन सर्वे में सामने आया कि कोटा और बूंदी जिलों में 70 से 90 प्रतिशत तक फसलें बर्बाद हुई हैं। किसानों की राहत के लिए राज्य सरकार पहली बार इतनी बड़ी राशि दे रही है।
🔹 882 गांवों में मुआवजा
भजनलाल सरकार ने कोटा जिले की 156 ग्राम पंचायतों के 882 गांवों को अभावग्रस्त घोषित किया है। एक लाख से ज्यादा किसानों को आपदा राहत के तहत मुआवजा दिया जाएगा। अधिकतम दो हेक्टेयर तक फसल नुकसान का मुआवजा तय किया गया है, जिसके तहत प्रति हेक्टेयर 8000 रुपए देने की योजना है। साथ ही मकान, दुकान और अन्य नुकसान की भरपाई भी आपदा राहत विभाग से की जाएगी।
🔹 उपचुनाव के बाद खाद-बीज की होगी जांच
कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि अंता उपचुनाव के बाद हाड़ौती में नकली खाद और बीज की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि राजस्थान में अब तक नकली खाद-बीज को लेकर 76 FIR दर्ज की जा चुकी हैं और 11 बड़ी फर्मों के लाइसेंस निरस्त किए जा चुके हैं।
🔹 राजनीतिक मायने
इस घोषणा को अंता उपचुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। दो दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पीपल्दा के कांग्रेस विधायक चेतन पटेल ने फसल खराबी से प्रभावित किसानों के लिए राहत की मांग की थी। इसके तुरंत बाद सरकार की ओर से यह राहत पैकेज घोषित किया गया। विपक्ष ने इसे चुनाव आचार संहिता के विपरीत बताया है, लेकिन सरकार ने इसे किसानों के हित में जरूरी कदम करार दिया है।