
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए लेखपाल भर्ती 2025 से जुड़ी बड़ी और अहम जानकारी सामने आई है। इस बार लेखपाल भर्ती परीक्षा का पूरा पैटर्न बदल दिया गया है। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा जारी नए नोटिफिकेशन के अनुसार, अब परीक्षा में पहले की तरह केवल गणित, सामान्य ज्ञान, हिंदी और ग्रामीण परिवेश से सवाल नहीं पूछे जाएंगे, बल्कि करंट अफेयर्स, पर्यावरण, डाटा इंटरप्रिटेशन, कंप्यूटर और विज्ञान-प्रौद्योगिकी जैसे नए विषयों को भी शामिल किया गया है।
लेखपाल भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 29 दिसंबर 2025 से शुरू होगी, लेकिन उम्मीदवारों को सलाह दी जा रही है कि वे अभी से नए सिलेबस और बदले हुए परीक्षा पैटर्न के अनुसार तैयारी शुरू कर दें।
पूरी तरह बदला एग्जाम पैटर्न
नए पैटर्न के तहत लेखपाल की लिखित परीक्षा में कुल 100 प्रश्न होंगे और परीक्षा अवधि 2 घंटे की होगी। सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ (Objective) और बहुविकल्पीय होंगे। खास बात यह है कि इस बार निगेटिव मार्किंग भी लागू की गई है—हर गलत उत्तर पर 0.25 अंक काटे जाएंगे।
विषयवार प्रश्न और अंक वितरण
नए परीक्षा पैटर्न के अनुसार प्रश्नों का वितरण इस प्रकार होगा:
भाग-1 (सामान्य अध्ययन – कुल 65 अंक)
- भारत का इतिहास एवं भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन – 5 प्रश्न
- भारतीय राजव्यवस्था एवं संविधान – 5 प्रश्न
- भारत एवं विश्व का भूगोल – 5 प्रश्न
- भारतीय अर्थव्यवस्था एवं सामाजिक विकास – 5 प्रश्न
- ग्राम्य समाज एवं विकास – 5 प्रश्न
- राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय समसामयिक घटनाएं – 5 प्रश्न
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी – 5 प्रश्न
- पर्यावरण, पारिस्थितिकी एवं आपदा प्रबंधन – 10 प्रश्न
- डाटा इंटरप्रिटेशन (DI) – 10 प्रश्न
- सामान्य हिंदी – 10 प्रश्न
भाग-2 (कंप्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी – 15 अंक)
- कंप्यूटर की मूल अवधारणाएं, आईटी से जुड़ी नई तकनीकें और नवाचार
भाग-3 (उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान – 20 अंक)
- उत्तर प्रदेश राज्य से संबंधित इतिहास, संस्कृति, प्रशासन और समसामयिक विषय
कुल प्रश्न: 100 | कुल अंक: 100
तैयारी की रणनीति बदलेगी
नए पैटर्न में भाग-1 सबसे अहम माना जा रहा है, क्योंकि यहीं से 65 प्रतिशत प्रश्न पूछे जाएंगे। इसके बाद उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान और कंप्यूटर निर्णायक भूमिका निभाएंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बदलाव के बाद केवल रटंत पढ़ाई से काम नहीं चलेगा, बल्कि समसामयिक घटनाओं, विश्लेषणात्मक क्षमता और बेसिक टेक्निकल नॉलेज पर ज्यादा ध्यान देना होगा।
उम्मीदवारों के लिए अहम सलाह
आयोग ने स्पष्ट किया है कि उम्मीदवार नए सिलेबस के अनुसार ही तैयारी करें और पुराने पैटर्न पर निर्भर न रहें। सही रणनीति और समयबद्ध अभ्यास से इस बदले हुए पैटर्न में भी सफलता हासिल की जा सकती है।
निष्कर्षतः, लेखपाल भर्ती 2025 सिर्फ एक परीक्षा नहीं, बल्कि तैयारी के तरीके में भी बदलाव की मांग कर रही है। जो अभ्यर्थी समय रहते नए पैटर्न को समझकर तैयारी करेंगे, उनके लिए यह भर्ती सुनहरा अवसर साबित हो सकती है।