
नई दिल्ली। नेटफ्लिक्स के ग्लोबल कंटेंट इंजन के पीछे भारतीय मूल की बेला बजरिया का दिमाग है। वे कंपनी की चीफ कंटेंट ऑफिसर हैं और 190 देशों में प्रोग्रामिंग का संचालन करती हैं। उनका निर्णय तय करता है कि किसी भी रात 30 करोड़ से अधिक लोग क्या स्ट्रीम करेंगे।
भारतीय जड़ और ग्लोबल पहचान
बेला बजरिया का जन्म लंदन में हुआ, माता-पिता गुजरात से थे। बचपन जाम्बिया में बीता और बाद में लॉस एंजेलेस में पढ़ाई की। टीनेज में उन्होंने कैशियर के रूप में काम किया और स्कूल के साथ साथ स्थानीय अनुभवों ने उनकी कहानी कहने की समझ को मजबूत किया।
‘स्ट्रीमिंग की रानी’
फोर्ब्स ने हाल ही में उन्हें ‘स्ट्रीमिंग की रानी’ का खिताब दिया। वे नेटफ्लिक्स के 18 अरब डॉलर के कंटेंट इंजन की हेड हैं। उनका दृष्टिकोण लोकल ऑथेंटिसिटी और ग्लोबल अपील को जोड़कर ऐसा कंटेंट तैयार करना है, जो दर्शकों से गहराई से जुड़ सके।
लोकल कहानियों का ग्लोबल असर
बजरिया ने लोकल कहानियों पर ध्यान केंद्रित किया, जिसका परिणाम ‘स्क्विड गेम’, ‘दिल्ली क्राइम’ और ‘ला कासा डे पपेल’ जैसी ग्लोबल हिट्स के रूप में सामने आया। उनकी स्ट्रैटेजी ने 2024 में नेटफ्लिक्स को 40 मिलियन से अधिक नए सब्सक्राइबर दिलाए और कंपनी का रेवेन्यू बढ़कर 33.7 बिलियन डॉलर पहुंच गया।
भारत के क्रिएटिव सेंटर के रूप में नेटफ्लिक्स
भारत को उन्होंने एक विशाल और विविध बाजार के रूप में देखा। ‘सेक्रेड गेम्स’, ‘दिल्ली क्राइम’, ‘इंडियन मैचमेकिंग’, ‘मिसमैच्ड’ और ‘क्लास’ जैसे शोज़ ने भारत की पीढ़ी को आकर्षित किया। 2025 तक नेटफ्लिक्स हर साल 20 से अधिक भारतीय ओरिजिनल रिलीज कर रहा है और लोकल भाषा की फिल्मों की संख्या में 40% वृद्धि हुई।
ग्लोबल विस्तार और भविष्य
नेटफ्लिक्स ने वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी के स्टूडियो और स्ट्रीमिंग असेट्स के लिए 82.7 अरब डॉलर का प्रस्ताव रखा है। यदि यह सौदा सफल होता है, तो नेटफ्लिक्स के पास एचबीओ, एचबीओ मैक्स, डीसी और हैरी पॉटर जैसी बड़ी संपत्तियां होंगी, जो एंटरटेनमेंट के इतिहास में सबसे विशाल संग्रह साबित होगी।
निष्कर्ष:
नेटफ्लिक्स के ग्लोबल स्ट्रैटेजी का केंद्र भारतीय मूल की बेला बजरिया का दिमाग है। उनका लोकल और ग्लोबल दृष्टिकोण ही आज दुनिया भर के 30 करोड़ से अधिक दर्शकों को स्क्रीन से जोड़ रहा है और भारत को स्ट्रैटेजिक क्रिएटिव हब बना रहा है।