
वॉशिंगटन: कई दिनों की घातक झड़पों के बाद थाईलैंड और कंबोडिया ने सीमा पर सभी दुश्मनी रोकने पर सहमति जताई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को इस युद्धविराम की घोषणा की। ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के नेता तुरंत सभी गोलीबारी रोकने और पहले से तय शांति ढांचे पर लौटने के लिए प्रतिबद्ध हुए।
मलेशिया का अहम मध्यस्थता रोल:
ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने इस युद्धविराम वार्ता में महत्वपूर्ण मध्यस्थता निभाई। उन्होंने दोनों देशों के नेताओं, थाई प्रधानमंत्री अनुतिन चर्नविराकुल और कंबोडिया के पीएम हुन मानेट से अलग-अलग बातचीत की और इसे “बहुत सकारात्मक” बताया।
कई दिनों के संघर्ष के बाद शांति:
यह नया संघर्ष विराम कई दिनों की घातक झड़पों के बाद हुआ है, जिसमें हजारों नागरिक विस्थापित हो गए थे। इस संघर्ष से इस साल की शुरुआत में हुए मूल युद्धविराम के टूटने का खतरा भी पैदा हुआ था।
ट्रंप का दखल:
इस सप्ताह की शुरुआत में ट्रंप ने पेन्सिलवेनिया में दोनों देशों के बीच बिगड़ती स्थिति का जिक्र किया और हस्तक्षेप का संकेत दिया। उन्होंने कहा कि वे एक फोन कॉल के जरिए थाईलैंड और कंबोडिया के बीच युद्ध रोकेंगे। जुलाई में भी मलेशिया की मध्यस्थता में मूल सीजफायर लागू हुआ था, जिसे ट्रंप की चेतावनी के बाद सुनिश्चित किया गया था कि यदि संघर्ष नहीं रुका तो व्यापारिक सुविधाओं पर रोक लगाई जा सकती है।
विशेषज्ञों की राय:
विशेषज्ञों के अनुसार, यह युद्धविराम दोनों देशों के बीच तनाव कम करने और सीमा पर स्थिरता बहाल करने में महत्वपूर्ण कदम है।