
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को बहुप्रतीक्षित ट्रंप गोल्ड कार्ड प्रोग्राम को लॉन्च कर दिया। यह प्रोग्राम अमेरिका में स्थायी निवास और नागरिकता पाने का नया और तेज़ रास्ता खोलता है। ट्रंप ने इसे ग्रीन कार्ड से बेहतर बताया और कहा कि यह अमेरिका में टैलेंटेड लोगों को लाने का अनूठा अवसर है।
ट्रंप की घोषणा
ट्रंप ने व्हाइट हाउस के रूजवेल्ट रूम में बिजनेस लीडर्स की मौजूदगी में प्रोग्राम की घोषणा की। उन्होंने कहा,
“अमेरिकी सरकार का ट्रंप गोल्ड कार्ड आज आ गया है! सभी योग्य और वेरिफाइड लोगों के लिए नागरिकता का सीधा रास्ता! हमारी महान अमेरिकी कंपनियां अपने अनमोल टैलेंट को यहां रख पाएंगी।”
ट्रंप ने आगे कहा कि यह ग्रीन कार्ड के समान है, लेकिन इसमें कंपनियों और आवेदकों के लिए बड़े फायदे हैं। कंपनियां किसी भी योग्य व्यक्ति को अमेरिका में काम करने के लिए कार्ड खरीद सकेंगी।
गोल्ड कार्ड कैसे काम करेगा?
गोल्ड कार्ड कार्यक्रम आवेदक की अमेरिका के लिए लाभकारी क्षमता पर आधारित है। इसके लिए आवेदकों को:
- 15,000 डॉलर DHS प्रोसेसिंग फीस का भुगतान करना होगा।
- जांच प्रक्रिया के बाद 10 लाख डॉलर का भुगतान करना होगा।
साइट के अनुसार, आवेदक को अमेरिका में प्रवेश के योग्य होना चाहिए और स्थायी निवास का कानूनी अधिकार होना चाहिए। हर गोल्ड कार्ड केवल एक व्यक्ति के लिए होगा, लेकिन कंपनियां कई कार्ड खरीद सकती हैं।
सरकार और वाणिज्य मंत्री की टिप्पणी
अमेरिकी वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने कहा,
“प्रत्येक आवेदन की पूरी बैकग्राउंड जांच सुनिश्चित करेगी कि आवेदक अमेरिका में रहने और काम करने के लिए पूरी तरह योग्य हैं।”
ट्रंप ने इसे अमेरिका के लिए एक ‘उपहार’ बताया, क्योंकि इससे देश में टैलेंटेड और योग्य लोग आएंगे और अमेरिकी ट्रेजरी में अरबों डॉलर का योगदान होगा।