
गोरखपुर। शाहपुर क्षेत्र के घोसीपुरवा में 23 नवंबर को हुए मां-बेटी के सनसनीखेज डबल मर्डर ने पूरे शहर को दहला दिया था। 5 दिसंबर को पुलिस ने इस ब्लाइंड केस का पर्दाफाश किया तो सामने आई कहानी ने सभी को हैरान कर दिया। आरोपी रजत ने सिर्फ लूट के उद्देश्य से अपनी ‘बुआ’ कहकर बुलाने वाली महिला और उनकी बेटी की बेरहमी से हत्या की थी। वारदात से जुड़े कई चौंकाने वाले खुलासे पुलिस पूछताछ में सामने आए हैं।
शराब पिलाकर किया बेसुध, फिर हथौड़ा मारकर दी मौत
पूछताछ में रजत ने बताया कि वह कई दिनों से चोरी की योजना बना रहा था। उसे पता था कि शांति देवी के घुटनों के इलाज के लिए घर में अच्छी-खासी रकम रखी है। साथ ही उनकी बेटी विमला के पास महंगे जेवर थे।
रजत के अनुसार, “मैंने दोनों को शराब पिलाकर बेसुध किया। पहले चोरी करने की योजना थी, लेकिन अगर पकड़ा जाऊंगा तो हत्या कर दूंगा—यह तय करके ही हथौड़ा लेकर गया था।”
प्रेमिका के लिए अपराध की राह
रजत ने कहा कि उसकी प्रेमिका और उसके पिता कर्ज के बोझ से परेशान रहते थे। वह उसे खुश करना चाहता था और दिखाना चाहता था कि प्रॉपर्टी के काम से उसे जल्द पैसे मिलने वाले हैं।
वारदात के बाद रजत ने घर से लूटी नकदी और जेवरात समेटे और फरार हो गया। इसके बाद:
प्रेमिका के पिता का 2 लाख रुपये का कर्ज चुकाया
प्रेमिका को 1 लाख 20 हजार का आईफोन गिफ्ट किया
उसके लिए सोने की अंगूठी भी बनवाई
चोरी किए गए गहनों को गलवाकर बेच दिया
अपने पिता को भी 50 हजार रुपये दिए और बताया कि “प्रॉपर्टी का काम जम गया”
जल्द शादी की तैयारी, लेकिन…
पुलिस के अनुसार, रजत और उसकी प्रेमिका जल्द शादी करने वाले थे। इसी जुनून में रजत ने मां-बेटी को रास्ते से हटाने जैसा खौफनाक कदम उठाया। लेकिन उसकी यह योजना ज्यादा दिनों तक छिप न सकी और पुलिस ने एक-एक कड़ी जोड़कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया।
गोरखपुर पुलिस अब इस मामले में कठोर धाराओं में कार्रवाई कर रही है। वारदात ने एक बार फिर दिखा दिया कि लालच और गलत संगत किस तरह इंसान को अपराध की अंधी गली में धकेल देती है।
